पुलवामा में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर
जम्मू एवं कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच हुई मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया।
पुलवामा में सुरक्षाबलों से मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर (सांकेतिक चित्र) |
पुलिस ने कहा कि सुरक्षा बलों ने पुलवामा के त्राल इलाके के पिंगलिश गांव में आतंकवादियों के छिपे होने की सूचना के बाद इलाके को घेर लिया। मुठभेड़ में दो आतंकवादियों को मार गिराया गया। मारे गए आतंकवादियों की पहचान अभी नहीं हो पाई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा, "सुरक्षा बलों ने छिपे आतंकवादियों के चारों ओर घेरा चुस्त करना शुरू किया, तो वे गोलीबारी करने लगे, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई। रुक-रुक कर गोलीबारी जारी रही। आखिरकार दो आतंकवादी ढेर हो गए।"
अधिकारी ने कहा कि आतंकवादियों के गुप्त ठिकाने को भी ध्वस्त कर दिया गया है।"
ईवीएम पर होगी चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों की तस्वीर नयी दिल्ली, 10 मार्च (भाषा) चुनाव आयोग ने रविवार को कहा कि ईवीएम और पोस्टल बैलट पेपरों पर सभी उम्मीदवारों की तस्वीरें होंगी ताकि वोटर चुनावी मैदान में अपनी किस्मत आजमा रहे नेताओं की पहचान कर सकें।
आयोग ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक वोंिटग मशीनों (ईवीएम) की बैलट इकाइयों और पोस्टल बैलट पेपरों पर तस्वीरें छपी होंगी। इसके लिए उम्मीदवारों को आयोग की ओर से निर्धारित शर्तों पर अमल करते हुए निर्वाचन अधिकारी के पास अपनी हालिया स्टैंन साइज तस्वीर देनी होगी। चुनाव आयोग ने यह भी कहा कि पहली बार 2009 के चुनावों के समय फोटो युक्त मतदाता सूची का इस्तेमाल किया गया था। उस वर्ष असम, जम्मू-कश्मीर और नगालैंड में फोटो युक्त मतदाता सूची नहीं थी जबकि असम एवं नगालैंड में मतदाता फोटो पहचान-पत्र (एपिक) नहीं बांटे गए थे। अब सभी राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में फोटो युक्त मतदाता सूची है और 99.72 फीसदी मतदाताओं की तस्वीरें मतदाता सूची में पहले से चस्पा हैं। इसके अलावा, 99.36 फीसदी मतदाताओं को एपिक दिए गए हैं। चुनाव आयोग ने कहा कि एपिक से लैस मतदाताओं और मतदाता सूचियों में तस्वीरों का प्रतिशत बढ सकता है। कई राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों में पहले ही इसे शत प्रतिशत बताया गया है। आयोग ने यह भी कहा कि मतदान की तारीख से कम से कम पांच दिन पहले आधिकारिक वोटर पर्ची, जिस पर मतदाता की तस्वीर होगी, बांटी जाएगी।
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