Delhi Flood: दिल्ली में यमुना का जलस्तर अब भी 207 मीटर के पार, राहत कैंप में रह रहे लोगों की बढ़ी परेशानियां
दिल्ली-एनसीआर में रुक-रुक कर हो रही भारी बारिश के कारण आम जन जीवन अस्त-व्यस्त है।जहां यमुना नदी उफान पर है वहीं निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भर गया है। जिससे वहां के लोगों को सुरक्षित स्थानों तक आश्रय लेना पड़ रहा है।
![]() |
दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार सुबह आठ बजे 207.31 मीटर दर्ज किया गया, जबकि एक दिन पहले यह इस मौसम के सर्वोच्च स्तर पर 207.48 मीटर था।
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार, सुबह छह बजे जलस्तर 207.35 मीटर पर था और सुबह सात बजे तक घटकर 207.33 मीटर रह गया।
अधिकारियों के अनुसार, आज जलस्तर और कम होने की संभावना है।
राहत शिविरों में रह रहे लोगों के सामने कई परेशानियां
दिल्ली में यमुना का जलस्तर बढ़ने के बाद विस्थापित परिवारों के लिए बनाए बाढ़ राहत शिविरों के पास जैसे ही खाने की सामग्री लेकर पहुंचे ट्रक का हॉर्न बजता है, बच्चे और महिलाएं भोजन लेने के लिए कतार में लग जाती हैं।
यमुना खादर निवासी शांति ने कहा, ‘‘हमें रात में मच्छरों के कारण बहुत परेशानी होती है। यहां तक कि हमें जो खाना मिलता है, उसमें भी ज़्यादातर चावल ही होता है। जिन लोगों को बुखार है, वे सिर्फ चावल कैसे खा पाएंगे?’’
खेती करने वाले राम किशन ने बताया कि फसल बर्बाद होने के बाद उनके परिवार के पास आजीविका का कोई साधन नहीं बचा है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरे सारे खेत पानी में डूब गए हैं। इस साल की पूरी फसल बर्बाद हो गई है और मेरा परिवार पूरी तरह से उसी पर निर्भर था।’’
मयूर विहार फेज-1 के राहत शिविर में घूमने से पता चला कि लोग जो कुछ भी बचा पा रहे हैं, उसे बचाकर रखने की कोशिश कर रहे हैं।
छह महीने के बच्चे की मां पूनम के लिए यह संघर्ष अलग तरह का है।उसने कहा, ‘‘इस तरह खुले आसमान के नीचे छोटे बच्चे के साथ रहना बहुत मुश्किल है। यहां न तो कोई निजता है, न ही कोई आराम और हम बच्चे के स्वास्थ्य को लेकर लगातार चिंतित रहते हैं।’’
सड़क के किनारे बर्तन, गद्दे और लकड़ी की चारपाईयां रखी थीं। कुछ बच्चे पास में खेल रहे थे, जबकि बुज़ुर्ग लोग समूहों में बैठे अपने नुकसान के बारे में बातें कर रहे थे।
यमुना खादर के एक और निवासी राजेश ने कहा कि बाढ़ ने उनके पास लौटने के लिए कुछ भी नहीं छोड़ा है। उन्होंने कहा, ‘‘मेरा घर अब भी पानी में डूबा हुआ है और मेरा ज़्यादातर सामान बह गया है। मैंने पिछले साल मरम्मत के लिए पैसे उधार लिए थे, और अब सब कुछ फिर से बह गया है। मुझे नहीं पता कि मैं कर्ज़ कैसे चुकाऊंगा।’’
बहरहाल, दिल्ली के पुराने रेलवे पुल पर यमुना नदी का जलस्तर शुक्रवार सुबह आठ बजे घटकर 207.31 मीटर हो गया, जबकि एक दिन पहले यह इस मौसम में सर्वाधिक 207.48 मीटर पर पहुंच गया था।
जिला अधिकारियों ने लोगों को तैराकी, नौका विहार या मनोरंजन के उद्देश्य से उफनती नदी में जाने को लेकर आगाह किया है।
पिछले कुछ दिनों में नदी ने निचले इलाकों में कहर बरपाया है, जिससे कई मकानों में पानी भर गया, लोग विस्थापित हुए हैं और व्यवसाय प्रभावित हुए हैं।
पुराना रेलवे पुल नदी के प्रवाह और संभावित बाढ़ के खतरों पर नजर रखने के लिए एक प्रमुख अवलोकन बिंदु के रूप में कार्य करता है।
| Tweet![]() |