भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सोमवार को आरोप लगाया कि “चीन गुरु राहुल गांधी” और उनकी पार्टी भारतीय सशस्त्र बलों से नफरत करते हैं तथा विदेशी ताकतें उन्हें ‘रिमोट कंट्रोल’ से संचालित कर रही हैं।

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भाजपा का यह बयान सेना के बारे में कथित अपमानजनक टिप्पणी को लेकर उच्चतम न्यायालय द्वारा राहुल पर नाराजगी जताए जाने के बाद आया है।
शीर्ष अदालत ने दिसंबर 2022 में ‘भारत जोड़ो यात्रा’ के दौरान सेना के बारे में की गई टिप्पणी को लेकर लखनऊ की एक अदालत में राहुल के खिलाफ जारी कार्यवाही पर सोमवार को रोक लगा दी। हालांकि, न्यायालय ने लोकसभा में विपक्ष के नेता पर नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि अगर वह सच्चे भारतीय हैं, तो ऐसी बात नहीं कहेंगे।
भाजपा के आईटी प्रकोष्ठ के प्रमुख अमित मालवीय ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “उच्चतम न्यायालय ने एक बार फिर ‘चीन गुरु’ राहुल गांधी को भारत की राष्ट्रीय सुरक्षा और क्षेत्रीय अखंडता के संबंध में गैर-जिम्मेदाराना बयान देने के लिए फटकार लगाई है।”
उन्होंने लिखा, “जरा सोचिए, विपक्ष के नेता की इस तरह की लापरवाही भरी टिप्पणियों को लेकर बार-बार आलोचना की जा रही है।”
मालवीय ने कांग्रेस नेता की हालिया “मृत अर्थव्यवस्था” टिप्पणी को लेकर भी उन पर निशाना साधा और इसे “कई मोर्चों पर कूटनीतिक तबाही” करार दिया।
उन्होंने कहा, “उनका हालिया ‘मृत अर्थव्यवस्था’ वाला कटाक्ष (ऐसी टिप्पणियों की) एक लंबी शृंखला की नवीनतम कड़ी है। ऐसा करते हुए उन्होंने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि रूस, जो हमारा पुराना सहयोगी है, संघर्ष कर रहा है, जबकि उन्होंने पाकिस्तान जैसे दुश्मन देश का समर्थन करते हुए उसकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बताया।”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा भारतीय अर्थव्यवस्था की आलोचना किए जाने के बाद राहुल ने एक अगस्त को कहा था कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को छोड़कर सभी जानते हैं कि देश की अर्थव्यवस्था “मृत” हो चुकी है।
सर्जिकल स्ट्राइक और ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के संबंध में राहुल की टिप्पणी का जिक्र करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस नेता और उनकी पार्टी भारतीय सशस्त्र बलों से “नफरत” करते हैं।
पूनावाला ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, “सेना का अपमान कांग्रेस की पहचान। राहुल और कांग्रेस भारतीय सशस्त्र बलों से नफरत करते हैं। आज उच्चतम न्यायालय ने उनकी आलोचना की।”
भाजपा के एक अन्य राष्ट्रीय प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने ‘एक्स’ पर लिखा कि राहुल के दावे के बारे में उच्चतम न्यायालय की ओर से उनसे पूछे गए सवाल ने उनकी पोल खोल दी है।
भंडारी ने कहा, “शीर्ष अदालत ने राहुल से पूछा कि आपको कैसे पता चला कि चीन ने जमीन पर कब्जा कर लिया है?”
उन्होंने कहा कि उच्चतम न्यायालय के इस सवाल ने न केवल राहुल को “बेनकाब” किया है, बल्कि “चीन के साथ गांधी-वाड्रा परिवार के गुप्त समझौता ज्ञापन” की ओर भी ध्यान खींचा है।
भंडारी ने आरोप लगाया, “राहुल विदेशी ताकतों के रिमोट कंट्रोल के तहत काम कर रहे हैं।”
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