दिल्ली सरकार ने अगस्त और सितंबर 2025 के बीच 100 से अधिक शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिर (यूएएएम) स्थापित करने की योजना बनाई है। अधिकारियों ने सोमवार को यह जानकारी दी।

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अधिकारियों के अनुसार, विभिन्न एजेंसियों के तहत इन क्लीनिक को स्थापित किए जाने के मकसद से कुल 108 स्थलों को चिन्हित किया गया है।
यहां एक सरकारी दस्तावेज में कहा गया है, ‘‘इनमें से 53 स्थल लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के अंतर्गत हैं, दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) के अंतर्गत 38, नयी दिल्ली नगर पालिका परिषद (एनडीएमसी) के अंतर्गत आठ और शिक्षा निदेशालय (डीओई) द्वारा प्रबंधित संपत्तियों पर नौ स्थल स्थित हैं।’’
वर्तमान में आम आदमी मोहल्ला क्लीनिक (एएएमसी) के नाम से संचालित कई सुविधाओं को यूएएएम में परिवर्तित किया जाएगा। पीडब्ल्यूडी द्वारा पेंटिंग, प्लास्टर, वॉटरप्रूफिंग, टाइल का काम सहित नवीनीकरण कार्य किया जा रहा है।
सरकारी अधिकारियों ने बताया, ‘‘मरम्मत और रखरखाव कार्यों के लिए निविदाएं पहले ही जारी की जा चुकी हैं। मौजूदा सुविधाओं को उन्नत करने के अलावा, इस योजना को विस्तारित किए जाने के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए नए क्लीनिक भी बनाए जाएंगे।’’
हालांकि, कुछ स्थानों पर विभिन्न एजेंसियों से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लंबित होने के कारण परियोजना में देरी हो रही है।
सरकारी दस्तावेज़ के अनुसार, दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) ने 109 प्रस्तावित स्थलों में से केवल 11 को ही मंजूरी दी है, जबकि दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) के अंतर्गत प्रस्तावित सभी 39 स्थलों की अब भी समीक्षा की जा रही है। इस वर्ष की शुरुआत में चिन्हित 400 से अधिक स्थलों के लिए एमसीडी से अतिरिक्त मंजूरी का भी इंतजार है।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कहा है कि 1,139 शहरी आयुष्मान आरोग्य मंदिरों की स्थापना के लिए 1,749 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। सरकार का अनुमान है कि इस पहल से दिल्ली भर के लगभग 36 लाख निवासियों को मूलभूत स्वास्थ्य सेवाएं और नैदानिक सुविधाएं प्रदान करके लाभ होगा।
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