आम आदमी पार्टी (AAP) की वरिष्ठ नेता आतिशी ने बुधवार को मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता से पूछा कि दिल्ली के भूमिहीन कैंप में झुग्गियों को क्यों तोड़ा जा रहा है, जबकि उन्होंने कुछ दिन पहले कहा था कि कोई भी झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी।
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बुधवार की सुबह भारी पुलिस बल की तैनाती के बीच अधिकारियों ने दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के गोविंदपुरी में भूमिहीन कैंप में ध्वस्तीकरण अभियान शुरू किया।
एक अधिकारी ने बताया कि गोविंदपुरी में सरकारी जमीन पर बनी 300 से अधिक झुग्गियों को तोड़ा जाएगा।
दिल्ली विधानसभा में विपक्ष की नेता आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘सुबह 5 बजे से ही भूमिहीन कैंप में भाजपा का बुलडोजर चलना शुरू हो गया। (दिल्ली की मुख्यमंत्री) रेखा गुप्ता, आपने तीन दिन पहले कहा था कि एक भी झुग्गी नहीं तोड़ी जाएगी, फिर भूमिहीन कैंप पर बुलडोजर क्यों चल रहे हैं?’’
दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) द्वारा झुग्गी-झोपड़ी कैंप में घरों को खाली करने के नोटिस चिपकाए जाने के कुछ दिनों बाद बुधवार को यह कार्रवाई हो रही है।
नोटिस में ‘अतिक्रमणकारियों’ को तीन दिन के भीतर जगह छोड़ने या कार्रवाई का सामना करने की चेतावनी दी गई।
कैंप में रहने वाले अधिकतर लोग प्रवासी श्रमिक हैं। यहां पिछले एक साल में तीन बार तोड़फोड़ अभियान चलाया गया है।
आतिशी ने मंगलवार को भूमिहीन कैंप का दौरा किया। आप ने दावा किया कि आतिशी को क्षेत्र के निवासियों से मिलने के दौरान हिरासत में ले लिया गया, हालांकि पुलिस ने इससे इनकार किया।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने रविवार को कहा था कि अधिकारी अदालतों द्वारा जारी किए गए ध्वस्तीकरण आदेशों के खिलाफ नहीं जा सकते हैं और विस्थापित निवासियों को आवास प्रदान किए गए हैं।
उनकी टिप्पणी दक्षिणी दिल्ली में बारापुला के पास मद्रासी कैंप झुग्गी बस्ती को ढहाने और शहर के अन्य हिस्सों में इसी तरह के विध्वंस अभियान को लेकर आप की आलोचना के बीच आई है।
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