Rahul Gandhi ने क्यों कहा, मध्यप्रदेश में 150 सीटें जीतेगी कांग्रेस
मध्यप्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस 150 सीटें जीतेगी। इस बात का दावा मध्यप्रदेश के किसी नेता ने नहीं की है। ऐसा दावा किसी सर्वे एजेंसी ने भी नहीं की है। इतनी सीटें जीतने का दावा खुद राहुल गांधी ने की है।
![]() कांग्रेस नेता राहुल गांधी |
राहुल गांधी के इस दावे की हकीकत अभी सामने नहीं आयी है, लेकिन माना यही जा रहा है कि कर्नाटक विधानसभा चुनाव में मिली बम्पर जीत के बाद राहुल गांधी को शायद ऐसा लगने लगा है कि अब देश की जनता उन्हें और कांग्रेस को पसंद करने लगी है।
राहुल गांधी के मुताबिक़ देश की जनता को कांग्रेस में भविष्य दिखने लगा है। हालाँकि कर्नाटक में कांग्रेस की जीत में थोड़ी बहुत भूमिका भाजपा ने खुद भी निभाई है। चुनाव से पूर्व भाजपा के कुछ वरिष्ठ नेताओं का पार्टी छोड़कर कांग्रेस में शामिल होना भी उनकी हार के कारणों में से एक कारण था। मध्यप्रदेश में भाजपा के साथ कमोबेश वैसा ही हो रहा है जैसा की कर्नाटक में हुआ था। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और पार्टी अध्यक्ष वी डी शर्मा के बीच की खींचतान को मध्यप्रदेश की पूरी जनता देख रही है।
सोमवार को कांग्रेस की बैठक में वैसे तो बड़े-बड़े नेता शामिल थे, लेकिन वहां चली सिर्फ राहुल गांधी की। बैठक के दौरान मध्यप्रदेश में होने वाले चुनावों पर चर्चा की गई थी। बैठक में वहां के पूर्व सीएम कमलनाथ के साथ कई वरिष्ठ नेता भी शामिल थे। राहुल गांधी ने मीटिंग के बाद मिडिया से मुखातिब होते हुए मध्यप्रदेश में 150 सीटें जीतने का दावा किया था। हालांकि उन्होंने इस दावे के पीछे के कारणों को नहीं बताया। लेकिन माना जा रहा है कि राहुल गांधी ने निजी सर्वे करा लिया हो ,जिसका जिक्र कमलनाथ ने भी किया था। क्योंकि कमलनाथ से भी राहुल गांधी के दावे के बारे में पूछा गया तो उन्होंने भी यही कहा था कि राहुल गांधी ने कोई सर्वे कराया होगा, जिसके आधार पर उन्होंने ऐसा दावा किया है।
वैसे मध्यप्रदेश की हालत कमोबेश कर्नाटक की ही तरह है। कर्नाटक चुनाव से पहले भाजपा नेता और वहां के पूर्व मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार और डिप्टी सीएम ने भाजपा छोड़कर कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। इन दोनों नेताओं की वजह से भाजपा का बहुत नुकसान हुआ था। हालांकि भाजपा उस समय इस बात को नहीं समझ पायी थी कि उन नेताओं के जाने से भाजपा का कितना नुकसान होगा, लेकिन चुनाव बाद, उन्हें पता चल गया था कि उनसे कितनी बड़ी गलती हो गई थी।
मध्यप्रदेश में कुछ उसी तरह की गलती की संभावना बनती हुई नजर आ रही है। मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा के बीच कुछ ठीक नहीं चल रहा है। ऐसा माना जा रहा है कि वीडी शर्मा, शिवराज सिंह से खुश नहीं है। पार्टी हाईकमान शायद इस बात को जानता होगा, लेकिन अभी तक पार्टी हाईकमान की तरफ से उन दोनों नेताओं को कोई सन्देश नहीं दिया गया है। चर्चा ऐसी भी हो रही है कि पार्टी के कुछ कार्यकर्ता मुख्यमंत्री से अब उतने खुश नहीं हैं, जितना पहले हुआ करते थे। राहुल गाँधी शायद इन्ही मामलों को देखकर शायद यह सोच रहे हैं कि उनकी पार्टी इस बार वहां 150 सीटें जीत लेगी।
बहरहाल चुनाव अभी दूर है। चुनाव शुरू होने से पहले अभी बहुत से नेता एक पार्टी से दूसरी पार्टी में जायेंगे। कुछ नेता कांग्रेस छोड़ेंगे तो कुछ नेता भाजपा छोड़कर कांग्रेस में जाने की कोशिश करेंगे। खैर आने जाने का सिलसिला तो चलता रहेगा, लेकिन यह सत्य है कि इस समय कांग्रेस खुश है। कर्नाटक विधान सभा चुनाव परिणाम ने कांग्रेस को ऐसी ऊर्जा प्रदान कर दी है, जिसकी बदौलत वह अब हर चुनाव में नए जोश के साथ जाने की कोशिश करेगी। ऐसे में राहुल गांधी के दावे में सच्चाई कम और जोश ज्यादा नजर आ रहा है।
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