प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एके-203 राइफलों एवं ब्रह्मोस मिसाइलों के निर्माण के लिये रूस के साथ सहयोग का जिक्र करते हुए बृहस्पतिवार को कहा कि भारत रूस के साथ अपनी 'सदाबहार' साझेदारी को और मजबूत कर रहा है।

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प्रधानमंत्री मोदी ने यह टिप्पणी अमेरिका द्वारा भारतीय वस्तुओं पर 25 प्रतिशत शुल्क लगाने और रूसी तेल की खरीद जारी रखने पर अलग से 25 प्रतिशत जुर्माना लगाने के कुछ सप्ताह बाद की है।
उन्होंने ग्रेटर नोएडा में आयोजित 'उत्तर प्रदेश अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला' (यूपीआईटीएस) के तीसरे संस्करण का उद्घाटन करने के बाद कहा कि रूस इस व्यापार मेले का साझेदार देश है।
उन्होंने कहा, ''इस बार व्यापार मेले का साझेदार देश रूस है। यानी इस शो में हम एक सदाबहार साझेदारी को और भी मजबूत कर रहे हैं।''
मोदी ने कहा कि भारत के सशस्त्र बल स्वदेशी समाधान चाहते हैं और उनका लक्ष्य बाहरी निर्भरता को कम करना है।
उन्होंने इस बदलाव में उत्तर प्रदेश की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा, ''भारत में हम एक रक्षा क्षेत्र विकसित कर रहे हैं और एक ऐसा तंत्र बना रहे हैं कि जहां हर उपकरण पर 'मेड इन इंडिया' का चिह्न बना हो।''
उन्होंने कहा कि रूसी सहयोग से स्थापित एक कारखाने में जल्द ही एके-203 राइफलों का उत्पादन शुरू होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, ''उत्तर प्रदेश में एक रक्षा गलियारा भी विकसित किया जा रहा है। ब्रह्मोस मिसाइल सहित कई हथियारों का उत्पादन वहां पहले ही शुरू हो चुका है।''
उन्होंने सभी हितधारकों से उत्तर प्रदेश में निवेश और निर्माण करने का आह्वान किया।
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