अमेरिकी विदेश विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने यहां कहा कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का “सीधा मुद्दा” है और अमेरिका की इस मामले में दक्षिण एशिया के दो पड़ोसियों के बीच दखल देने में कोई रुचि नहीं है।

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विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने बुधवार को कहा कि यह अमेरिका की दीर्घकालिक नीति है कि कश्मीर भारत और पाकिस्तान के बीच का सीधा मुद्दा है।
हालांकि अधिकारी ने कहा कि यदि अमेरिका से किसी मुद्दे पर सहयोग मांगा जाता है तो वह मदद के लिए तैयार है।
अधिकारी ने संवाददाताओं से कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने "पर्याप्त मसले" हैं और "हम इसे (कश्मीर मुद्दे को) भारत और पाकिस्तान पर छोड़ रहे हैं।"
उन्होंने कहा, “हमें भारत और पाकिस्तान के बीच दखल देने में कोई रुचि नहीं है।”
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में ट्रंप ने फिर दावा किया कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष को रुकवाया है।
विदेश विभाग के वरिष्ठ अधिकारी ने यह भी कहा कि "यह सच है कि अमेरिका उस संकट में शामिल था और उसने निश्चित रूप से युद्ध विराम कराने में मदद की थी।"
भारत का कहना है कि वह आतंकवाद जैसे मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ अपनी बातचीत में किसी तीसरे पक्ष को शामिल नहीं करना चाहता, क्योंकि उसका मानना है कि ये द्विपक्षीय ही रहने चाहिए।