दिल्ली : न्यू मुस्तफाबाद में फैक्टरी में धमाके के बाद लगी आग, एक की मौत, छह जख्मी
मुंडका इलाके की इमारत में लगी आग से 27 लोगों की मौत के बाद बृहस्पतिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के दयालपुर स्थित न्यू मुस्तफाबाद की एक फैक्टरी में धमाके के बाद आग लग गई।
![]() उत्तर-पूर्वी दिल्ली के न्यू मुस्तफाबाद में फैक्टरी में धमाके के बाद लगी आग। |
इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई जबकि एक महिला समेत छह अन्य बुरी तरह झुलस गए। स्थानीय लोगों का कहना है कि धमाका इतना जबरदस्त था कि पहली मंजिल लगभग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई। जबकि बाहर लगा लोहे का भारी-भरकम जाल उखड़कर सड़क पर आ गिरा। इस हादसे के बाद पड़ोसी और राहगीर मदद को भागे। इसके बाद बचाव दल के पहुंचने से पहले ही लोगों ने हताहतों को इमारत से बाहर निकाल लिया।
एलपीजी रिसाव से धमाका होने की संभावना
बाद में उनको पीसीआर, एंबुलेंस और निजी वाहनों की मदद से जीटीबी अस्पताल पहुंचाया गया। पुलिस को पता चला कि फैक्टरी में इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक्स सामान की बॉडी पर भट्टी का पाउडर पेंट और पैकिंग का काम किया जाता था। आशंका है कि एलपीजी रिसाव से धमाका हुआ और हादसा हो गया। छानबीन के दौरान पुलिस को पता चला कि। फिलहाल दयालपुर थाना पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
पाउडर कोटिंग-पेंट का काम होता था फ्लोर पर
पुलिस का कहना है कि यह हादसा गली नंबर-23, 33-फुटा रोड, न्यू मुस्तफाबाद में 12.15 हुआ। करीब 200 गज की जर्जर बिल्डिंग में मोहम्मद अंसार सैफी नामक शख्स पहली मंजिल पर पाउडर कोटिंग-पेंट काम करता है। यहां इलेक्ट्रिकल और इलेक्ट्रानिक सामान की लोहे की बॉडी पर पाउडर कोटिंग के जरिए पेंट किया जाता है।
बताया जाता है कि ग्राउंड फ्लोर पर कच्चा माल और पैक सामान रखा जाता है, जबकि पहली मंजिल पर भट्टी लगाकर वहां पेंट किया जाता है। इस भट्टी को एलपीजी सिलिंडर की मदद से चलाया जाता है। फैक्टरी में 12-13 लोग काम करते हैं। ईद के बाद से कुछ कर्मचारी लगातार छुट्टी चल रहे थे। बताया जाता है कि बृहस्पतिवार को एक महिला समेत सात ही कर्मचारी वहां मौजूद थे। दोपहर करीब 12 अचानक काम के दौरान पहली मंजिल पर अचानक ब्लास्ट हो गया।
धमाका इतनी तेज था कि अंदर पहली मंजिल बुरी तरह क्षतिग्रस्त हुई जबकि बाहर सुरक्षा के लिए लगाया गया लोहे का भारी भरकम जाल उखड़कर सड़क पर जा गिरा। स्थानीय लोगों ने पुलिस और दमकल विभाग को सूचना देने के बाद हताहत लोगों को अंदर से निकाला। पहली मंजिल की छत को टुकड़ी-गाटर से बनाया गया था। धमाके की वजह से अंदर गाटर लटक गए और मलबा भी गिर गया। स्थानीय लोगों ने एक महिला समेत सात लोगों को मलबे से निकालकर जीटीबी अस्पताल पहुंचाया।
दोपहर 1.00 बजे आग पर काबू पाया
अस्पताल में सोनिया विहार निवासी इंद्रजीत पांडेय (42) को मृत घोषित कर दिया गया। जबकि झुलसे हुए आमिर (26), गुलफाम (19), शमीम (26), बिलाल (18), पप्पन (28) और हुस्नआरा (45) का जीटीबी अस्पताल में इलाज जारी है। हताहतों में हुस्नआरा समेत चार की हालत नाजुक है। दमकल विभाग के निदेश अतुल गर्ग ने बताया कि सूचना मिलने के बाद दमकल की सात गाड़ियां मौके पर पहुंची। दोपहर करीब 1.00 बजे आग पर काबू पा लिया गया।
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