दिजबो के 700 संविदा कर्मचारी हुए स्थाई
सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड के 700 कर्मचारियों को पक्का कर दिया। यह सभी कर्मचारी अभी तक संविदा पर काम कर रहे थे।
![]() दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल |
कर्मचारियों को प्रमाणपत्र वितरित करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा देश में पहली बार ऐसा हुआ है कि एक साथ संविदा के इतने कर्मचारियों को नियमित किया गया हो। उन्होंने कहा कि देश में ऐसा माहौल बनाया गया है कि कर्मचारियों को पक्का कर दो, तो वह काम नहीं करते।
यह सबसे बड़ा झूठ है। इस मौके पर उन्होंने यह भी कहा कि वह चाहते हैं कि सभी विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों को पक्का कर दें, लेकिन उनकी सरकार के पास अधिकार कम हैं।
मुख्यमंत्री ने इस मौके अपनी पीठ थपथपाते हुए कहा कि देश में यह मांग उठेगी कि दिल्ली में यह हो सकता है तो उनके यहां क्यों नहीं। मेरी मंशा है कि दिल्ली सरकार के सभी विभागों के कच्चे कर्मचारी पक्के होने चाहिए, लेकिन सरकार के पास अधिकार बहुत कम है। उन्होंने कहा कि पक्का होने के बाद यह कर्मचारी सुरक्षित हो गए हैं।
अब ये पहले से दोगुना अधिक काम करेंगे। इससे यह मिथ टूट जाएगा कि पक्का होने के बाद कर्मचारी काम नहीं करते। मुख्यमंत्री ने कहा कि जो अपने स्कूल और अस्पताल नहीं चला सकते, उसे इस्तीफा दे देना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आजकल सब उल्टा हो रहा है पक्के कर्मचारियों को कम करते जाओ और कच्चे कर्मचारियों को बढ़ाते जाओ।
जब हमारी सरकार बनी थी, उस समय सरकारी स्कूलों की बहुत खराब थी। पूरे देश में यह माहौल था कि सरकारी स्कूल अब बंद करो। सरकारी स्कूलों का निजीकरण करो और प्राइवेट कंपनियों व औद्योगिक घरानों को दे दो, ही चलाएंगे। सरकारी अस्पतालों को भी प्राइवेट कंपनियों को दे दो। सरकार अस्पताल नहीं चला सकती है। हमने साबित कर दिया है कि सरकार ईमानदार हो तो वह स्कूल भी चला सकती है और अस्पताल भी चला सकती है।
सरकार स्कूल और अस्पताल नहीं चला सकती, तो उसे बने रहने का कोई अधिकार नहीं। केजरीवाल ने कहा कि हमने स्कूल अच्छे किए। दिल्ली के अंदर शिक्षा में क्रांति आयी है। शिक्षा के क्षेत्र में जो भी हुआ, वह शिक्षकों और प्रधानाचार्यों ने किया।
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