दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में विस्फोट, में 1 घायल, मौके पर एनएसजी मौजूद
दमकल विभाग के एक अधिकारी ने कहा कि दिल्ली के रोहिणी कोर्ट में गुरुवार को हुए विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया है।
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अधिकारी के अनुसार, सुबह 10.40 बजे चैंबर नंबर 102 के अंदर रहस्यमय तरीके से हुए विस्फोट के संबंध में एक कॉल आई थी, जिसके बाद दमकल विभाग ने कम से कम 7 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया था।
कोर्ट परिसर में गुरुवार सुबह एक विस्फोट के बाद सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। राष्ट्रीय सुरक्षा गार्ड (एनएसजी) भी इलाके का मुआयना करने कोर्ट पहुंच गयी है। कोर्ट के चैंबर नंबर 102 में हुए विस्फोट में एक व्यक्ति को मामूली चोटें आईं हैं।
अधिकारी ने कहा कि विस्फोट कम तीव्रता का था और दमकल की गाड़ियों के मौके पर पहुंचने से पहले ही घायल व्यक्ति को नजदीकी अस्पताल ले जाया गया था। उन्होंने कहा कि इस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ है।
इस बीच, एक वकील ने आईएएनएस को बताया कि घटना के बाद अदालत में सभी कार्यवाही रोक दी गई है।
सूत्रों ने कहा कि विस्फोट संभवत: एक लैपटॉप में हुआ था, हालांकि अधिकारियों ने अभी इसकी प्रकृति के बारे में पुष्टि नहीं की है।
पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल को भी मौके पर स्थिति का जायजा लेते देखा जा सकता है।
As per DCP Pranav Tayal, the suspicious explosion at the Rohini Court today happened in a laptop bag, while a court proceeding was underway. One injured person has been admitted to a hospital. pic.twitter.com/uxAutKG96d
— ANI (@ANI) December 9, 2021
जिला अदालत क्षेत्र और उसके आसपास भारी पुलिस बल तैनात कर दी गई है। विस्फोट के तुरंत बाद पुलिस उपायुक्त (रोहिणी) प्रणव तायल स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंचे। विस्फोट की प्रकृति की जांच करने और विस्फोट के स्थान से महत्वपूर्ण साक्ष्य लेने के लिए एक फोरेंसिक टीम भी मौजूद रही।
विस्फोट के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है। हालांकि, कई रिपोटरें ने सुझाव दिया कि विस्फोट एक लैपटॉप की बैटरी में हुआ। कोर्ट के अंदर मौजूद वादियों को क्षेत्र खाली करने को कहा गया।
उत्तरी दिल्ली वकील संघ के महासचिव विनीत जिंदल ने आईएएनएस को बताया कि "हालिया दुर्भाग्यपूर्ण घटनाओं से अदालतों में डर का माहौल है। आजकल दिल्ली की जिला अदालतों में हाल की घटनाओं से वादी, अधिवक्ता और यहां तक कि न्यायाधीश भी डरे हुए हैं।"
जिंदल ने कहा कि जिला अदालतों में सुरक्षा में चूक वादियों और अधिवक्ताओं के लिए बड़ी चिंता का विषय है। उन्होंने कहा, "न्यायालय में न्याय पाने के लिए अदालतों का दौरा करने वाले न्यायाधीशों,अधिवक्ताओं और वादियों के लिए अदालत में एक सुरक्षित वातावरण होना चाहिए।"
इस घटना ने रोहिणी कोर्ट रूम फायरिंग की घटना की यादें ताजा कर दी हैं, जिसमें दिल्ली के एक शीर्ष गैंगस्टर जितेंद्र सिंह मान उर्फ गोगी की 24 सितंबर को वकीलों की आड़ में दो हमलावरों द्वारा एक अदालत कक्ष में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
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