दिल्ली में अब हाइड्रोजन सीएनजी से चलेंगी बसें
राजधानी में प्रदूषण पर नियंत्रण करने के लिए डीटीसी और क्लस्टर बसें जल्द ही हाइड्रोजन सीएनजी (हाइड्रोजन कम्प्रैस्ड नेचुरल गैस) से दौड़ेंगी।
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वर्तमान में डीटीसी और क्लस्टर बसें सिर्फ सीएनजी से चलती हैं। सुप्रीम कोर्ट के आदेशों के तहत दिल्ली में बसों में एचसीएनजी का प्रयोग पहली बार होगा। एचसीएनजी आपूत्तर्ि 24 घंटे सुनिश्चित करने हेतु 9 नए डिपो खोलने के लिए दिल्ली परिवहन निगम ने टेंडर जारी किया है।
राजधानी में पहला हाइड्रोजन सीएनजी स्टेशन बन कर तैयार हो गया है। यह हाइड्रोजन सीएनजी स्टेशन राजघाट स्थित क्लस्टर डिपो में इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। इसका मंगलवार को दिल्ली और केंद्र सरकार मिलकर उद्घाटन करेगी। केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान और दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत इसका उद्घाटन करेंगे।
इसके अंतर्गत एचसीएनजी के प्रयोग के पहले चरण में क्लस्टर की 50 बसों को 6 महीने तक दिल्ली की सड़कों पर चलाया जाएगा और इस प्रोजेक्ट की निगरानी ईपीसीए द्वारा की जाएगी। क्लस्टर बसों में हाइड्रोजन सीएनजी का परीक्षण सफल रहने के बाद डीटीसी और क्लस्टर की अन्य बसों में भी हाइड्रोजन सीएनजी ईधन का प्रयोग किया जा सकता है। इस नए वाहन ईधन के प्रयोग से यह पता लगाया जाएगा कि प्रदूषण के स्तर को कम करने में कितनी मदद मिल सकती है और यह सीएनजी से कितना बेहतर साबित हो सकता है। ट्रायल के तौर पर बसों में 6 महीने तक प्रयोग की जाने वाली हाइड्रोजन-सीएनजी की रिपोर्ट की सुप्रीम कोर्ट समीक्षा करेगा। यदि परिणाम बेहतर साबित हुए तो हाइड्रोजन सीएनजी का बतौर ईधन अन्य वाहनों में प्रयोग शुरू हो सकता है।
सीएनजी का मुख्य श्रोत मीथेन गैस है, जबकि हाइड्रोजन-सीएनजी का मुख्य सोत कई गैसों का मिशण्रहै। जिसमें 4-9 फीसद हाइड्रोजन होती है, जिसे ईधन के रूप में प्रयोग करने के लिए कम्प्रैस्ड किया जाता है। मिक्स फ्यूल में 18 फीसद हाइड्रोजन और 82 फीसद सीएनजी होगी।
हाइड्रोजन - सीएनजी के 9 नए स्टेशन खुलेंगे डीटीसी के निम्न स्थानों पर
1 ओखला सेंट्रल वर्कशॉप
2. सुखदेव विहार डिपो
3 हरि नगर कालोनी
4.नेहरू प्लेस टर्मिनल
5.रोहिणी डिपो
6.वजीरपुर डिपो
7.सुभाष प्लेस डिपो
8. रोहिणी डिपो
9. पीरागढ़ी डिपो।
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