उप्र के पूर्व मुख्य सचिव व उनके दामाद के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज
दिल्ली पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव दीपक सिंघल तथा उनके दामाद दीपक अग्रवाल के खिलाफ ढाई करोड़ रुपए की धोखाधड़ी और साजिश रचने के आरोप में मामला दर्ज किया है।
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पुलिस का कहना है कि रोहिणी निवासी एक व्यक्ति की शिकायत पर केस दर्ज किया गया। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
शिकायतकर्ता संजय अग्रवाल का आरोप है कि उत्तर प्रदेश के विभिन्न विभागों में कागज सप्लाई का टेंडर दिलाने के नाम पर उनसे ढाई करोड़ रु पए लिए गए। संजय ने पुलिस को बताया कि दीपक सिंघल के साथ उसकी पुरानी जान-पहचान थी।
जनवरी 2017 में दीपक सिंघल उनसे मिलने उनके सुभाष प्लेस स्थित कार्यालय आए थे और साथ में उनका दामाद भी था। दीपक सिंघल ने संजय अग्रवाल से कहा कि उनके दामाद की आरडी पेपर्स नामक कंपनी हैं और उत्तर प्रदेश सरकार और विभिन्न विभागों में कागज की काफी खपत होती है। यदि वह कागज की सप्लाई का काम आरडी पेपर्स को देंगे तो उन पर सवाल खड़े हो सकते हैं। इस वजह से इसका टेंडर वह किसी परिचित को देना चाहते हैं। संजय का आरोप है कि दीपक सिंघल ने उससे कहा कि हर सरकारी विभाग से कागज का टेंडर उन्हें दिलाया जाएगा और इसके बदले उन्हें आरडी पेपर्स से कागज खरीदना होगा। इसके लिए उन्हें कोई पैसा नहीं चाहिए, केवल उनके दामाद को कमीशन देना होगा। उन्होंने इस प्रस्ताव को मानने की लिए कुछ समय मांगा। बाद में फरवरी 2017 के पहले सप्ताह में दीपक सिंघल और दीपक अग्रवाल दोबारा से उनके कार्यालय आए और उन्होंने कहा कि फिलहाल ढाई करोड़ रु पए देने होंगे और इस रकम को कागज की सप्लाई के बिलों में एडजस्ट कर दिया जाएगा।
संजय के मुताबिक उन्होंने दो माह में ढाई करोड़ रु पए आरडी पेपर्स के बैंक खाते में जमा किए। इसके बाद वह टेंडर मिलने का इंतजार करने लगे। लेकिन जब टेंडर नहीं मिला तो दीपक अग्रवाल से संपर्क किया। इस पर दीपक अग्रवाल उन्हें झांसा देने लगा और पैसा वापस मांगने पर धमकी दी। इसके बाद उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की।
पुलिस ने बताया कि फिलहाल बैंक खातों और संजय द्वारा दिए गए कागजों की जांच की जा रही है। उसके आधार पर आरोपियों को नोटिस देकर जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा। ज्ञात हो कि दीपक सिंघल वरिष्ठ आईएएस अधिकारी रहे हैं और उनकी तैनाती उत्तर प्रदेश में भिन्न-भिन्न पदों पर रही है। उन पर पहले भी भ्रष्टाचार की आरोप लग चुके हैं।
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