डॉक्टर सुसाइड : 'आप' एमएलए और साथी फिर 4 दिन के रिमांड पर, सील होगा आवाज का नमूना

Last Updated 14 May 2020 08:11:48 PM IST

भले ही 4 दिन की पुलिस हिरासत के दौरान डॉक्टर सुसाइड केस मामले में आरोपी एमएलए और उसके साथी ने कुछ न उगला हो, फिर भी दोनों की चार दिन की पुलिस रिमांड और मिल गई।




डॉक्टर सुसाइड केस मामले में आरोपी एमएलए

इन चार दिन की रिमांड में अब पुलिस डॉक्टर के परिजनों से मिली उस ऑडियो क्लिप की जांच करेगी, जिसमें आरोपी विधायक प्रकाश जरवाल की आवाज बताई जा रही है। इसके लिए रिमांड के दूसरे दौर में दिल्ली पुलिस अब सबसे पहले आरोपी विधायक की आवाज का नमूना लेने की तैयारी में है।

विधायक प्रकाश जरवाल और उसके साथी कपिल नागर को गुरुवार को दुबारा 4 दिन के पुलिस रिमांड पर मिल जाने की पुष्टि दक्षिणी जिला डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने की है।

डीसीपी के मुताबिक, "बीते चार दिन में हमने दोनो आरोपियों से काफी कुछ पूछने की कोशिश की। दोनो ने ही मगर कोई सहयोग नहीं किया। लिहाजा ऐसे में मजबूरन हमें अदालत से उनका दुबारा रिमांड मांगना पड़ा। पुलिस ने अदालत से 6 दिन का रिमांड दोनो का देने का आग्रह किया था। अदालत ने दोनो का 4 दिन का पुलिस रिमांड दिया है। हम कोशिश करेंगे कि, इसी में दोनो आरोपी कानून की मदद कर दें।"

उल्लेखनीय है कि 18 अप्रैल 2020 को दक्षिणी दिल्ली के नेव सराय थाना क्षेत्र में घर के भीतर ही डॉ. राजेंद्र सिंह भाटी ने आत्महत्या कर ली थी। परिजनों की शिकायत, सबूतों और सुसाइड नोट के आधार पर पुलिस ने आरोपी विधायक और उसके साथी के खिलाफ आत्महत्या को उकसाने का केस दर्ज किया था।

बीते शनिवार को दोनो आरोपी दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिये। डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने बीते चार दिन की रिमांड के बारे में पूछे जाने पर कहा, "दोनो आरोपियों के सामने हमारी टीमों ने उनके खिलाफ मौजूद तमाम सबूत रखे। इसके बाद भी उन लोगों (दोनो आरोपियों ने) जांच में कोई मदद नहीं की।"

जांच में जुटी दक्षिणी जिला पुलिस टीम के एक सदस्य के मुताबिक, "आरोपियों के खिलाफ सबूत हैं। अब गुरुवार को हमें जो 4 दिन की दोनो आरोपियों की रिमांड मिली है, उसमें हम इनकी आवाज और हैंड-राइटिंग के नमूने लेकर जांच के लिए भेजेंगे। ताकि यह तय हो सके कि पीड़ित परिवार ने डॉक्टर राजेंद्र सिंह और आरोपी विधायक या फिर उसके साथी के साथ जो धमकी भरी बातचीत की ऑडियो क्लिप पुलिस को सौंपी है, वो सही है या नहीं।"

दोनो आरोपियों से शनिवार से ही पूछताछ में जुटी टीम के एक अन्य सदस्य ने कहा, "सबूत और गवाह केस में पर्याप्त हैं। हमारी कोशिश है कि, अगर आरोपी अपने आप ही इन्हें सही मान लें, तो पुलिस का अदालत में बेवजह वक्त बर्बाद नहीं होगा। साथ ही चार्जशीट भी वक्त पर दाखिल हो सकेगी। अगर दोनो आरोपी नहीं भी मानते हैं, तो भी हमारे पास जो सबूत और गवाह हैं हम उन्हीं के बलबूते अदालत में आरोप-पत्र दाखिल करने में भी सक्षम होंगे।"

आईएएनएस
नई दिल्ली


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