हिंसा में 14 और मौतें, NSA ने संभाला मोर्चा
उत्तर-पूर्वी दिल्ली का हिंसाग्रस्त इलाका बुधवार को छिटपुट घटनाओं को छोड़कर लगभग शांत रहा। उपद्रवियों को देखते ही गोली मारने के आदेश का हिंसाग्रस्त इलाकों में खासा असर देखने को मिला।
दंगाग्रस्त इलाके में लोगों से बातचीत करते अजित डोभाल। |
सुरक्षा बलों ने जगह-जगह फ्लैगमार्च किया। इस वजह से उपद्रवी सड़कों से नदारद दिखाई दिए। हालांकि दो समुदायों के बीच तनाव बरकरार है। जिसे अमन कमेटियों के जरिए सामान्य बनाने की कोशिश की जा रही है। इस बीच पिछले 24 घंटों में 14 और मौतों के साथ हिंसा में मरने वालों की संख्या बुधवार शाम तक 27 पहुंच गई, जबकि 250 से अधिक लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया। इनमें 30 से अधिक लोगों की हालत गंभीर है। पूरे मामले पर गृह मंत्रालय नजर रखे हुए है। अब तक दिल्ली पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स की करीब 45 कंपनियों को शांति बहाल करने के लिए लगाया गया है। हिंसा को लेकर अब तक 18 प्राथमिकी दर्ज की गई है और 106 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। बुधवार सुबह करावल नगर इलाके में उपद्रवियों ने एक दुकान व कार में आग लगा दी।
गोकुलपुरी में भी एक दुकान में आग लगाई गई। उत्तर-पूर्वी जिले के हिंसाग्रस्त इलाकों में बुधवार को अघोषित कर्फ्यू लगा हुआ था। भजनपुरा, मुस्तफाबाद, जाफराबाद व ब्रrापुरी रोड से घोंडा चौक, नूरे-ए-इलाही चौक यमुना विहार के चप्पे-चप्पे पर आईटीबीपी और सीआरपीएफ के जवान तैनात किए गए है। करावल नगर रोड, बृजपुरी रोड, शिव विहार तिराहा, मुस्तफाबाद, मौजपुर, जाफराबाद, सीलमपुर, ज्योति नगर, मौजपुर, गोकुलपुरी, कर्दमपुरी, चांद बाग, सुदामापुरी, दुर्गापुरी चौक, वेलकम तथा आसपास के इलाकों में भी पुलिस के अलावा पैरामिलिट्री फोर्स के जवान गश्त करते हुए नजर आए।
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