उत्तर पूर्वी दिल्ली में तीसरे दिन भी माहौल तनावपूर्ण,मरने वालों की संख्या 7 हुई

Last Updated 25 Feb 2020 10:31:48 AM IST

उत्तर पूर्वी दिल्ली में सीएए और एनआरसी को लेकर भड़की हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। मंगलवार को सीएए समर्थकों और सीएए विरोधियों के बीच हुई हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है।


उत्तर-पूर्वी दिल्ली में मंगलवार सुबह भी हिंसा व पत्थरबाजी की कई छिटपुट वारदातें होती रही। मौजपुर, बाबरपुर, जाफराबाद, गोकुलपुरी, बृजपुरी आदि इलाकों में पुलिस व रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की तैनाती की गई है। हालांकि इन क्षेत्रों के कई अंदरूनी इलाकों में आपसी भिड़ंत व एक दूसरे पर पत्थरबाजी की वारदातें अभी भी हो रही हैं।

स्थानीय लोगों के मुताबिक उपद्रवी भीड़ ने यहां कई दुपहिया वाहनों को भी आग लगाने की कोशिश की है। मंगलवार सुबह मौजपुर के समीप ब्रह्मपुरी इलाके में उपद्रवी भीड़ ने एक बार फिर पथराव किया। छोटे-छोटे गुटों में बंटे उपद्रवियों के ये समूह पुलिस व कुछ अन्य लोगों पर पथराव करते दिखे। हालांकि बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी और सतर्कता के चलते यह उपद्रवी हिंसा फैलाने में नाकाम रहे। हिंसा की छिटपुट घटनाएं जाफराबाद, मौजपुर और बाबरपुर के अंदरूनी हिस्सों में भी सामने आई हैं।

हिंसा की आशंका के चलते पुलिस ने यहां सभी गैरजरूरी आवाजाही रोक दी है। मुख्य सड़क मार्ग पर बैरिकेड लगाए गए हैं। सड़कों पर वाहनों के साथ साथ पैदल व्यक्तियों की आवाजाही भी नियंत्रित की गई है। साथ ही सड़क के दोनों ओर बड़ी तादात में दिल्ली पुलिस रैपिड एक्शन फोर्स और अर्धसैनिक बलों के सशस्त्र जवान तैनात किए गए हैं।

सुरक्षा के लिहाज से दिल्ली पुलिस ने हिंसा ग्रस्त इलाकों के मेट्रो स्टेशन फिलहाल बंद करवा दिए हैं। जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जौहरी एनक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशनों के प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। इन सभी इलाकों में सोमवार को जबरदस्त हिंसा व आगजनी हुई थी। अब बाहर से उपद्रवी तत्व यहां आकर एकत्र ना हों, इसके लिए इन मेट्रो स्टेशनों को बंद रखा गया है।

बाबरपुर में रहने वाले राजा ने से कहा "सोमवार को हमारे मोहल्ले के बाहर तीन घंटे तक रुक-रुककर पथराव व हिंसक झड़पें होती रहीं। ज्यादातर उपद्रवी दूसरे मोहल्लों से आए थे। हिंसा कर रहे इन लोगों के हाथ में लाठी-डंडे और लोहे की रॉड भी थीं।"

राजा के मुताबिक उनकी गली के कई लोगों ने एकजुट होकर उपद्रवियों को खदेड़ दिया।

बाबरपुर में सोमवार के मुकाबले फिलहाल शांति है, हालांकि यहां रहने वाले स्थानीय लोग सुबह से ही अपनी गलियों, चौराहों पर इकट्ठा होना शुरू हो गए। इन लोगों का कहना है कि वे मेन रोड पर नहीं जाएंगे लेकिन गलियों के अंदर पुलिस को सुरक्षा बनाए रखने में अपना सहयोग जरूर देंगे।

नागरिकता संशोधन कानून के समर्थन और विरोध कर रहे प्रदर्शनकारियों के बीच भड़की हिंसा में मरने वालों की संख्या बढ़कर सात हो गई है। करीब 65 लोग घायल हुए हैं।

फायर ब्रिगेड को भजनपुरा इलाके से अब तक 45 आगजनी की कॉल आ चुकी हैं। एक फायर ब्रिगेड की गाड़ी पर भी पथराव किया गया है जबकि एक गाड़ी में आग भी लगा दी गई है जिसके कारण तीन फायर कर्मी घायल भी हुए हैं।

जाफराबाद में हिंसा के बाद तनाव को देखते हुए रैपिड एक्शन फोर्स की टुकड़ी तैनात की गई है। साथ ही मौजपुर और बाबरपुर इलाके में भी भारी संख्या में अर्धसैनिक बल तैनात है।

आईएएनएस
नयी दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment