दिल्ली : हिंसा में हेड कांस्टेबल समेत 5 की मौत, आगजनी, पथराव, गोलीबारी में डीसीपी समेत 62 पुलिसकर्मी जख्मी
सीएए को लेकर पूर्वी दिल्ली में रविवार दोपहर को भड़की हिंसा ने सोमवार को उग्र रूप धारण कर लिया। हिंसा में हेड कांस्टेबल समेत 5 की मौत हो गई तथा डीसीपी समेत 62 पुलिसकर्मी जख्मी हो गये।
प्रदर्शन के दौरान पिस्टल ताने एक प्रदर्शनकारी। गोलीबारी में शहीद हेड कांस्टेबल रतन लाल (इनसेट)। |
इस कानून के विरोध और समर्थन में दोनों गुटों के आमने-सामने होने के चलते कई स्थानों पर पथराव हुआ जबकि इस हिंसक प्रदर्शन के दौरान कई वाहनों में आग लगा दी गई और एक एक पेट्रोल पंप भी फूंक दिया गया। इस दौरान एक धार्मिक स्थल को भी निशाना बनाने की कोशिश की गई। पुलिस के सामने एक शख्स ने फायरिंग भी की। पुलिस ने लोगों को तितर-बितर करने के लिए लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। पथराव व गोलीबारी में गोकुलपुरी एसीपी ऑफिस में तैनात एक हवलदार शहीद हो गया, जबकि चार अन्य की मौत हो गई। शहीद पुलिसकर्मी की पहचान रतनलाल के रूप में हुई। हिंसा में घायल मोहम्मद फुरकान, राहुल सोलंकी, शाहिद व एक अन्य की मौत जीटीबी अस्पताल में इलाज के दौरान हुई। इसकी पुष्टि अस्पताल के एमएस डा. राजेश कालरा ने की। बवाल में शाहदरा डिस्ट्रिक डीसीपी अमित शर्मा समेत 62 पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हुए हैं। इनमें जख्मी डीसीपी को एक निजी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती कराया गया है। घायल 20 प्रदर्शनकारियों को जीटीबी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल व पुलिस आयुक्त ने लोगों से शांति बनाने की अपील की। वहीं 62 पुलिसकर्मी भी घायल हो गए।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि जिन इलाके में यह हिंसक घटनाएं हुई उनमें मौजपुर, कबीरनगर, कर्दमपुरी, चांदबाग, दयालपुर, भजनपुरा, बाबरपुर, करावलनगर व जाफराबाद रोड मुख्य रूप से शामिल हैं। इन सभी इलाकों में हालात तनावपूर्ण हैं। इस बीच पूरे नार्थ ईस्ट डिस्ट्रिक में धारा 144 लागू की गई है। मौजपुर रेड लाइट पर मंदिर के सामने महिलाएं नागरिकता कानून के समर्थन में सड़क पर बैठ गई। वहीं दूसरी ओर इस कानून के विरोध में प्रदर्शनकारी कुछ ही दूरी पर बैठकर प्रदर्शन कर रहे हैं। दोनों गुट के आमने-सामने होने से यहां का माहौल अचानक बिगड़ गया और पथराव होने लगा। वजीराबाद रोड पर उग्र प्रदर्शनकारियों ने कई वाहनों में आग लगा दी जबकि जाफराबाद रोड पर उपद्रवियों ने पुलिस की मौजूदगी में फायरिंग की। भजनपुरा में एक पेट्रोल पंप में आग लगाई गई और यहां से कुछ दूरी पर हुई हिंसा व बवाल में डीसीपी की गाड़ी में भी आग लगा दी गई।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल से बातचीत की है और उन्होंने मुझे आस्त किया है कि प्रभावित इलाके में और पुलिसकर्मी भेजे जा रहे हैं। इससे पहले केजरीवाल ने उपराज्यपाल अनिल बैजल और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से हिंसा के मद्देनजर कानून-व्यवस्था बहाल करने का अनुरोध किया है।
रविवार को हुई हिंसा को लेकर दिल्ली के अलग-अलग तीन थानों में चार मुकदमे दर्ज किए हैं। जिले के एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया कि हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस की ओर से कुल चार एफआईआर दर्ज की गई हैं जिनमें वेलकम थाने में एक, जाफराबाद थाने में भी एक और दयालपुर थाना पुलिस ने दो मामले दर्ज किए हैं। पुलिस उपद्रवियों के खिलाफ सख्त से सख्त कदम उठाएगी।
उपराज्यपाल अनिल बैजल ने सोमवार को दिल्ली पुलिस आयुक्त को उत्तर-पूर्वी दिल्ली में कानून-व्यवस्था की स्थिति बेहतर बनाने के निर्देश दिए हैं। एलजी ने कहा कि स्थिति पर नजदीकी निगरानी की जा रही है। उन्होंने लोगों से शांति और सौहाद्र्र बनाए रखने में सहयोग की अपील की है।
नौ मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश निकास बंद : हिंसक झड़प के मद्देनजर सोमवार अपराह्न के वक्त पिंक लाइन मेट्रो पर पांच स्टेशन बंद कर दिए गए, जबकि शाम को चार और मेट्रो स्टेशनों पर प्रवेश और निकास बंद कर दिया गया।
स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में : गृह सचिव
दिल्ली के कुछ हिस्सों में हिंसा के मद्देनजर केन्द्रीय गृह सचिव अजय भल्ला ने सोमवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और मौके पर पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किया गया है। उत्तर पूर्व दिल्ली में हिंसक संघर्ष में एक पुलिसकर्मी के शहीद होने व तीन अन्य की मौत के बाद गृह सचिव का यह बयान आया है। उन्होंने कहा दिल्ली में स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है। वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर हैं और पर्याप्त सुरक्षा बल तैनात किए गए है।
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