भजनपुरा हत्याकांड : 30 हजार के लेनदेन विवाद में की थी 5 की हत्या
भजनपुरा इलाके में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिस हत्या के आरोप में एक युवक को गिरफ्तार कर लिया।
भजनपुरा इलाके में एक ही परिवार के पांच लोगों की हत्या की गुत्थी सुलझाते हुए पुलिसकर्मी। |
पुलिस के मुताबिक उधार लिए गए महज तीस हजार रु पए न लौटाने पड़ें, इसके लिए आरोपी प्रभू चौधरी ने बारी बारी से पांच लोगों की हत्या कर दी। बताया जाता है मृतक शंभूनाथ चौधरी आरोपी के मामा का बेटा है और मूल रूप से बिहार के सुपौल का ही रहने वाला है। संयुक्त पुलिस आयुक्त आलोक कुमार ने प्रेसवार्ता में बताया कि मामले की गंभीरता को देखकर हत्या का केस दर्ज कर जिले के डीसीपी वेदप्रकाश सूर्या व अतिरिक्त डीसीपी सुकांत वल्लभ की देखरेख में एसएचओ आरएस मीणा व स्पेशल स्टाफ इंस्पेक्टर विनय यादव को जांच की जिम्मेदारी सौंपी गई।
पहले आशंका थी कि आर्थिक तंगी या डिप्रेशन की वजह से पूरे परिवार ने आत्महत्या की है, लेकिन घटनास्थल से बरामद आरी व रॉड से प्रतीत हुआ कि सभी की हत्या की गई है। जांच-पड़ताल में पुलिस मृतक के मोबाइल फोन की सीडीआर निकाली और सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। छानबीन में पता चला कि तीन फरवरी के बाद से शंभूनाथ के तीनों बच्चे स्कूल नहीं गए थे। इसके बाद पुलिस ने शम्भूनाथ के मोबाइल फोन की कॉल डिटेल पर ध्यान केंद्रित किया।
कॉल डिटेल चेक करने पर पता चला कि शंभूनाथ की तीन फरवरी को ही अंतिम बार एक फोन नंबर पर कई बार बात हुई थी। चार फरवरी का उसका मोबाइल चालू होने का कोई रिकॉर्ड नहीं मिला। इस साफ हो गया कि सभी की मौत तीन फरवरी को ही हुई थी। पुलिस ने उस दिन शम्भूनाथ से फोन पर बात करने वाले लोगों को जांच के दायरे में लिया। इनमें एक नम्बर शम्भू के फुफेरे भाई प्रभू चौधरी का निकला। इसी नंबर से कई बार बातचीत हुई थी। इसके बाद मृतक के घर के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज चेक की गई।
सीसीटीवी फुटेज में प्रभू चौधरी तीन फरवरी को मृतक के घर की ओर जाता दिखा। उस दिन उसकी फोन की लोकेशन भी मृतक के घर के पास ही आई। पुलिस को उस पर शक हो गया। आरोपी प्रभु चौधरी को पकड़कर पुलिस ने उससे पूछताछ की तो उसने पुलिस को बरगलाने कोशिश की, लेकिन बाद में उसने सिलसिले वार पांचों हत्याएं करने की बात स्वीकार कर ली।
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