फैक्टरी अग्निकांड : कैसे हुआ हादसा, जवाब तलाशने का काम शुरू
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने अनाज मंडी इलाके में फैक्टरी में लगी आग की जांच शुरू कर दी है। सोमवार को थ्री डी मैपिंग तकनीक का प्रयोग करते हुए घटना के साक्ष्य जुटाए गए।
फैक्टरी अग्निकांड |
यह दूसरी बार है जब दिल्ली पुलिस जांच में थ्री डी मैपिंग तकनीक का इस्तेमाल कर रही है। थ्री डी मैपिंग तकनीक से इमारत की कमियों एवं इसके क्षतिग्रस्त हिस्सों की जानकारी मिलती है। इससे आग लगने की जगह व उन कारणों का पता चलता है जिसकी वजह से लोगों को निकलने में दिक्कतें हुई। इसके पहले फरवरी में करोल बाग के होटल अर्पित पैलेस में लगी आग की जांच के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल किया था। फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला की एक टीम भी घटनास्थल पर पहुंची और नमूने एकत्र किए। उधर, अदालत ने फैक्टरी मालिक रेहान औरमैनेजर फुरकान को 14 दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
क्राइम ब्रांच की टीम हादसे के लिए कौन-कौन जिम्मेदार है, इन सवालों का जवाब तलाशने की कोशिश कर रही है। इसी बीच सोमवार सुबह पौने आठ बजे उसी इमारत की तीसरी मंजिल पर दोबारा आग लग गई। सूचना मिलते ही दमकल की चार गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और आग पर काबू पाया। जांच एजेंसियां सोमवार को दिनभर इमारत में साक्ष्य एकत्रित करती रहीं। अनाज मंडी इलाके की सभी दुकानें व फैक्टरी बंद हैं। सोमवार को दिन निकलते ही घटनास्थल के पास पीड़ितों के परिजनों तथा आम लोगों का जमावड़ा लगना शुरू हो गया।
NHRC ने रिपोर्ट मांगी
राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने अनाज मंडी में आग की भीषण घटना को लेकर दिल्ली सरकार, शहर के पुलिस प्रमुख और उत्तरी एमसीडी से छह हफ्ते में विस्तृत रिपोर्ट मांगी है। आयोग ने अग्निकांड के बारे में सवान उठाते हुए कहा कि क्या प्रशासन तबाही होने का इंतजार ही कर रहा था?
मजदूरों ने किया हंगामा
मालिकों ने सोमवार को मजदूरों को फैक्टरी में नहीं आने दिया, तो इन मजदूरों ने सुबह 11.30 बजे अनाज मंडी के गेट पर हंगामा कर दिया। मजदूरों का कहना था कि उनके कपड़े व अन्य सामान फैक्टरी में बंद है। ऐसे में वह कहां जाएंगे।
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