दिल्ली विधानसभा में खेल विश्वविद्यालय बिल पास
मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने कहा कि खेल के क्षेत्र में 2028 के बाद उनका देश चीन से आगे निकल जायेगा और चीन से अधिक मेडल जीतकर लायेगा।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (फाइल फोटो) |
यह सब उनके जीते जी होगा। वह ऐसा खेल विश्वविद्यालय बनाना चाहते हैं जो नेताओं और अधिकारियों के अधिकार क्षेत्र से बाहर हो और प्रतिभावान खिलाड़ियों को पूरा मौका मिले। यह बात उन्होंने विधानसभा में स्पोर्ट्स यूनिवर्सिटी (खेल विश्वविद्यालय) की स्थापना को लेकर पेश हुए बिल पर जवाब देते हुए कही। इससे पहले पार्टी के कई विधायकों ने अपनी बात रखी। उप-मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि राजधानी में बेहतरीन खेल विद्यालय की स्थापना करना मुख्यमंत्री का सपना था, जो अब पूरा हो रहा है। सदन में बहुमत के साथ बिल पास हो गया।
भाजपा विधायक मनजिन्दर सिंह ने कहा कि सरकार को एक कागज का टुकड़ा तैयार करने में पांच साल लग गए। सिरसा को जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल कागज का टुकड़ा मात्र नहीं है, यह खेल विश्वविद्यालय खिलाड़ियों को सपना पूरा करेगा। केजरीवाल ने कहा कि आम आदमी पार्टी सबसे कट्टर देशभक्त पार्टी है और उनका हर विधायक देशभक्त है। जब भी देश पिछड़ता है तो उन जैसे हर देशभक्त को पीड़ा होती है। हम लोग सोते-जागते देश के बारे में ही सोचते हैं।
उन्होंने कहा कि देश को आजाद हुए 70 साल हो गए है। हम 70 साल में ओलंपिक खेलों में कुल 28 मेडल (9 गोल्ड, 17 सिल्वर व 12 कांस्य पदक) ही ला पाए। चीन ने 2016 में हुए ओलंपिक खेलों में 70 मेडल जीत लिए।
यही नहीं छोटे - छोटे देश कीनिया-13, जमायका-11 मेडल, कजाकिस्तान 18, क्रोशिया के खिलाड़ियों ने 10 मेडल मिले, लेकिन भारत 2 मेडल पर सिमट गया। हमारा देश किसी भी देश से कम नहीं है और हमारे देश के सबसे बेहतरीन खिलाड़ी हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि आखिर कहां कमी है। हमारे देश में एक से बढ़कर एक होनहार खिलाड़ी हैं। कमी हमारी सरकारी व्यवस्था में है।
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