दिल्ली प्रदेश इकाई में नए अध्यक्ष को लेकर पशोपेश में कांग्रेस, युवा चेहरों पर भी विचार

Last Updated 23 Oct 2019 04:33:23 PM IST

कांग्रेस आलाकमान दिल्ली इकाई के नए अध्यक्ष के चयन की तमाम कोशिशों के बावजूद, स्थानीय नेताओं की ‘गुटबाजी’ और कई राजनीतिक समीकरणों की वजह से फैसले करने को लेकर पशोपेश में बना हुआ है।


कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (फाइल फोटो)

एक तरफ, दिल्ली कांग्रेस के कई नेता कीर्ति आजाद जैसे किसी ‘बाहरी’ नाम का पुरजोर विरोध कर रहे हैं तो दूसरी तरफ नेताओं का एक धड़े का कहना है कि किसी ऐसे व्यक्ति को यह जिम्मेदारी दी जाए जो सबको स्वीकार्य हो और पार्टी में ‘गुटबाजी’ पर अंकुश लगा सके।      

महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान संपन्न होने के बाद दिल्ली प्रदेश इकाई में कांग्रेस के नए अध्यक्ष को लेकर एक बार फिर से हलचल शुरू हो गई है और माना जा रहा है कि पार्टी आलाकमान जल्द ही कोई निर्णय ले सकता है।      

कांग्रेस आलाकमान के सामने बड़ी चुनौती दिल्ली के सामाजिक और क्षेत्रीय समीकरणों को साधने के साथ ही पार्टी की आंतरिक कलह पर अंकुश लगाने की है।      

दिल्ली कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘‘मेरी जानकारी के मुताबिक पार्टी आलाकमान ने पिछले कुछ हफ्तों में दिल्ली कांग्रेस के कई पूर्व अध्यक्षों, पूर्व सांसदों, पूर्व विधायकों, जिला अध्यक्षों और कई युवा नेताओं से मुलाकात की है। ज्यादातर नेता इसी पक्ष में हैं कि किसी बाहरी नहीं, बल्कि किसी स्थानीय नेता को अध्यक्ष बनाया जाए।’’    

सूत्रों की मानें तो मौजूदा समय में दिल्ली कांग्रेस के नेता मुख्य रूप से तीन समूहों में बंटे नजर आ रहे हैं। इनमें एक समूह पूर्व अध्यक्ष अजय माकन के समर्थकों का और दूसरा समूह पूर्व सांसद संदीप दीक्षित के समर्थकों का है। तीसरे समूह में पूर्व अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा और कई अन्य नेता शामिल हैं जो किसी वरिष्ठ को जिम्मेदारी सौंपने की पैरवी कर रहे हैं।     

वैसे, दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए कई वरिष्ठ नेताओं के नामों के साथ साथ कुछ युवाओं के नाम भी विचाराधीन हैं। महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों के नतीजे आने के बाद या फिर दिवाली बाद कोई निर्णय हो सकता है।     

सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी किसी युवा नेता के पक्ष में बताए गए हैं। इसी क्रम में कुछ हफ्ते पहले दिल्ली के कुछ युवा नेताओं का साक्षात्कार भी लिया गया था।      

दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष पद के लिए जिन युवा नेताओं के नामों की चर्चा है उनमें पार्षद अभिषेक दत्त, कांग्रेस की राष्ट्रीय प्रवक्ता रागिनी नायक और कुछ अन्य नेता शामिल हैं।    

सूत्रों के अनुसार, भारतीय युवा कांग्रेस ने भी राहुल गांधी को संदेश भेजकर आजाद या किसी अन्य ‘बाहरी नेता’ को डीपीसीसी का अध्यक्ष नहीं बनाने और किसी युवा चेहरे पर विश्वास जताने का आग्रह किया है।     

दिल्ली कांग्रेस के नए अध्यक्ष के चयन को लेकर एक बार फिर से हलचल की शुरुआत पूर्व सांसद कीर्ति आजाद के कुछ ट्वीट से हुई है जिनमें उन्होंने दिल्ली में पूर्वांचल के लोगों के मुद्दे को लेकर दिल्ली भाजपा के अध्यक्ष मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी (आप) के मुखिया अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा है।     

उनकी इस टिप्पणी को दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होने की उनकी इच्छा से जोड़कर देखा जा रहा है। इस बारे में पूछे जाने पर आजाद ने कहा कि वह एक भारतीय नागरिक और पूर्वांचली होने के कारण ये टिप्पणियां कर रहे हैं।      

हाल ही में आजाद को दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमिटी का नया अध्यक्ष नियुक्त करने की संभावना संबंधी खबरें आई थीं जिसके बाद पार्टी नेताओं के एक धड़े ने इसका विरोध किया था। हाल ही में दिल्ली कांग्रेस के कई वरिष्ठ नेताओं ने बाहरी व्यक्ति को दिल्ली कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं बनाने का आग्रह करते हुए पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को एक पत्र भेजा है।   

सूत्रों का कहना है कि महाराष्ट्र और हरियाणा में मतदान संपन्न होने के बाद अब कांग्रेस आलाकमान दिल्ली में नए अध्यक्ष को लेकर जल्द ही कोई निर्णय ले सकता है।    

कीर्ति आजाद के साथ ही दिल्ली कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अजय माकन, जेपी अग्रवाल और सुभाष चोपड़ा, पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के पुत्र और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित और दिल्ली कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष राजेश लिलोठिया और कुछ अन्य नेताओं को डीपीसीसी अध्यक्ष के लिए संभावितों में माना जा रहा है।    

भाषा
नयी दिल्ली


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