यमुना में बाढ़, 14,000 लोग हटाए गए
हरियाणा के हथिनी कुंड से छोड़े गये बारिश के पानी से यमुना उफान पर हैं । शाम तक यमुना खादर के कई निचले हिस्सों में बाढ़ का पानी भर गया है।
यमुना में बाढ़ |
कश्मीरी गेट स्थित अन्तरराज्यीय बस अड्डे के सामने रिंग रोड तक भी बाढ़ का पानी पहुंच गया है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए मोनेस्टी मार्केट के दुकानदारों ने अपनी-अपनी दुकानें खाली करना शुरू कर दिया। हालांकि आईटीओ यमुना पुल से पहले पुश्ते के साथ की झुग्गी बस्ती के लोग अभी भी बाहर निकलने को तैयार नहीं है।
उधर रेलवे प्रशासन ने यमुना नदी पर बने लोहे के पुल पर ट्रेनों की आवाजाही रोक दी है। दिल्ली सरकार के मंत्री कैलाश गहलोत से राहत शिविरों का जायजा लिया। प्रशासन ने एहतियात के तौर पर मंगलवार दोपहर तक नदी के किनारे निचले इलाकों में रहने वाले क्षेत्रों को खाली कर 14 हजार लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।
यमुना का जलस्तर 206.08 मीटर तक पहुंच गया है। रविवार व सोमवार को हथिनी कुंड से एक साथ छोड़े बरसात के पानी ने अब राजधानी में अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। मंगलवार सुबह से ही यमुना के कई निचले इलाकों में बाढ़ का पानी भरना शुरू हो गया है। मंगलवार देर शाम तक बाढ़ के पानी का सबसे अधिक असर कश्मीरी गेट बस अड्डे के सामने देखने को मिला। वहां रिंग रोड तक यमुना बाढ़ का पानी पहुंच गया है। हालांकि प्रशासन की तरफ से वहां बड़ी तादाद में बालू से भरे कट्टे लगाकर बाढ़ के पानी को रोकने की कवायद की गयी है।
| Tweet |