किडनी कांड में दिल्ली का डाक्टर गिरफ्तार

Last Updated 09 Jun 2019 12:53:10 AM IST

गरीब और बेरोजगार लोगों को बरगलाकर उनकी किडनी, लिवर व अन्य अंग प्रत्यारोपण के मामले में कानपुर पुलिस ने दिल्ली के शेख सराय स्थित पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल एंड रिचर्स इंस्टीटय़ूट के सीईओ डॉक्टर दीपक शुक्ला को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।


पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल एंड रिचर्स इंस्टीटय़ूट के सीईओ डॉक्टर दीपक शुक्ला (file photo)

डॉक्टर ने पूछताछ में कई सफेदपोश लोगों के नाम बताए हैं, जो मेडिकल पेशे से जुड़े हैं और इस गिरोह में शामिल हैं। साथ ही डॉक्टर से पुलिस को उन लोगों के बारे में भी पता चला है, जिन्होंने अंग बदलवाये हैं। एसपी क्राइम ने बताया कि गिरफ्तार डॉक्टर दीपक शुक्ला के द्वारा बताये लोगों के खिलाफ सबूत एकत्र किये जा रहे हैं, जल्द ही उन्हें भी गिरफ्तार किया जायेगा।
अंग प्रत्यारोपण के लिए लोगों को अपने जाल में फंसाने वाले रैकेट का खुलासा कानपुर में रहने वाली महिला संगीता ने किया था। उसने बताया कि रैकेट से जुड़े बिचौलिये नौकरी का झांसा देकर उसे दिल्ली ले गये थे। वहां बिचौलियों ने उसकी किडनी का सौदा कर लिया। संगीता को जब अस्पताल ले जाया गया तो, उसे कुछ शक हुआ और वह वहां से भाग निकली। इसके बाद बिचौलिये उस पर किडनी डोनेट करने का दबाव डालने लगे। इससे घबराई संगीता ने मामले की शिकायत कानपुर की बर्रा थाने की पुलिस और एसएसपी अनंत देव तिवारी से की। एसएसपी ने मामले की जांच एसपी साउथ रवीना त्यागी को सौंपी। जांच में रैकेट का खुलासा हुआ और पुलिस ने मामले में छह बिचौलियों समेत 16 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।

मजिस्ट्रेट के समक्ष अपने बयान में आरोपियों ने दिल्ली के पुष्पावती सिंघानिया हॉस्पिटल एंड रिसर्च इंस्टीटय़ूट के सीईओ डॉक्टर दीपक शुक्ला, कोऑर्डिनेटर सुनीता वर्मा और मिथुन का नाम गिरोह में शामिल होने की बात कही। इस पर कार्रवाई करते हुए कानपुर की  फजलगंज थाने की पुलिस ने सूचना पर दिल्ली के पीएसआरआई के सीईओ डॉक्टर दीपक शुक्ला को उनके रिश्तेदार के यहां से गिरफ्तार कर कानपुर ले गई। इस दौरान भनक मिलने पर सुनीता व मिथुन ने अरेस्टिंग स्टे ले लिया था।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली/कानपुर


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