चांदनी चौक के बूथ नंबर 32 पर 42.14 फीसद मतदान
चांदनी चौक लोकसभा सीट के अधीन चांदनी चौक विधानसभा क्षेत्र के पोलिंग बूथ नंबर 32 पर रविवार को पुनर्मतदान कराया गया। इस दौरान सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक महज 42.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया जिसका औसत एक सप्ताह पूर्व इसी विधानसभा में 59.36 प्रतिशत रहा था। मतदान में कमी के पीछे रमजान, भीषण गर्मी और चुनाव प्रचार के साथ मतदान प्रचार में कमी को प्रमुख कारण माना जा रहा है।
चांदनी चौक लोकसभा सीट के पोलिंग बूथ नंबर 32 पर रविवार को पुनर्मतदान के दौरान वोट डालने के लिए कतार में खड़े शाही ईमाम के छोटे भाई याहिया बुखारी अपने परिवार के साथ। फोटो : एसएनबी |
मुख्य निर्वाचन कार्यालय से प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक रविवार की सुबह मतदान अत्यंत धीमी गति के साथ शुरू हुआ। सुबह सात बजे से साढ़े आठ बजे तक महज सात लोगों ने ही मतदान किया। सुबह 11 बजे यह आंकड़ा 14.81 प्रतिशत, एक बजे 23.2 प्रतिशत और 3 बजे 30.38 प्रतिशत तक ही पहुंच सका और शाम छह बजे तक 42.14 प्रतिशत मतदान दर्ज किया गया। इस दौरान कुल 276 लोगों ने मतदान किया जबकि, बीते 12 मई को 332 लोगों ने मतदान में भाग लिया था।
गौरतलब है कि विगत 12 मई को चांदनी चौक विधानसभा के बूथ नंबर 32 में मॉकपोल के बाद बैलेट यूनिट का डाटा क्लियर नहीं किया जा सका था जबकि डाटा क्लीयर करना अनिवार्य होता है। यह मामला 17 फॉर्म यानि मतदाताओं के रजिस्टर से भी नहीं सुलझ रहा था। ऐसे में दोबारा चुनाव कराए जाने के लिए प्रस्ताव भेजा गया जिसे चुनाव आयोग से मंजूरी मिल गई।
इसके बाद सीईओ ने 19 मई को दोबारा मतदान कराने की घोषणा की। इस पोलिंग बूथ पर 387 पुरु ष और 268 महिला वोटर सहित 655 वोटर पंजीकृत हैं। 12 मई को हुए मतदान में यहां 200 पुरु ष और 132 महिलाओं ने वोट किया था जबकि मतदान 50.69 प्रतिशत रहा था। जबकि संपूर्ण दिल्ली का औसत मतदान 60. 24 प्रतिशत दर्ज किया गया था।
मतदाता पुलिस से भिड़े : पुनर्मतदान के दौरान वाहन पार्क करने को लेकर वोट डालने आए कुछ लोग पुलिस से भिड़ गए और इसके बाद दो पुलिसकर्मियों से हाथापाई भी की। जिस वक्त ये घटना हुई उस वक्त याहिया बुखारी भी वहां पर मौजूद थे। इस सीट पर मुस्लिम समाज के ज्यादा वोट थे।
रोजे के चलते ज्यादातर मुसलमान वोट डालने के लिए पैदल जाने की बजाए गाड़ियों से बूथ पर पहुंचे। इनमें कुछ लोग गाड़ी सड़क किनारे खड़ी कर वोट डालने चले गए। मगर वापस लौटकर आए तो नॉर्थ एमसीडी की क्रेन वहां से गाड़ियां उठा रही थी। उस वक्त याहिया बुखारी भी अपने परिवार व समर्थकों के साथ वोट डालने के लिए पोलिंग स्टेशन पर आए थे।
वोट डालने के बाद जब वह बाहर निकले तो उन्होंने क्रेन से गाड़ी उठा रहे लोगों का विरोध करते हुए कहा कि लोग गाड़ी यहां खड़ी नहीं करेंगे, तो कहां करेंगे। हंगामा होता देख मौके पर कांस्टेबल डीके वर्मा और एएसआई मुकेश कुमार बीच बचाव करने पहुंच गए। मगर गुस्साए लोगों ने पुलिस वालों से बदसलूकी शुरू कर दी। दोनों पुलिसकर्मिंयों ने संयम से काम लिया। उधर, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में अभी कोई शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
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