गठबंधन न हो पाने के लिए 'आप' ने कांग्रेस के सिर फोड़ा ठीकरा

Last Updated 18 Apr 2019 05:34:04 AM IST

आप के नेता संजय सिंह ने एक बार फिर गठबंधन न हो पाने का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ दिया है। उन्होंने साफ कहा है कि कांग्रेस उनके साथ गठबंधन करने एवं नरेंद्र मोदी को सत्ता में लौटने से रोकने की इच्छुक नहीं दिखती।


आप के नेता संजय सिंह (file photo)

उन्होंने दावा करते हुए कहा कि यदि दिल्ली, हरियाणा एवं चंड़ीगढ़ (कुल 18 सीट) को लेकर गठबंधन हो जाता, तो भाजपा का सत्ता में लौटना नामुमकिन था।  संजय सिंह ने कहा कि वह अब गठबंधन की आस छोड़कर चुनाव प्रचार में आगे बढ़ने का निर्णय ले चुके हैं।

आप व कांग्रेस के बीच गठबंधन की डोर बुधवार को एक बार फिर टूटती नजर आई। दिल्ली में दोनों पार्टयिों के बीच सीट बंटवारे पर सहमति बनने के बाद मामला हरियाणा में जाकर अटक गया। हरियाणा कांग्रेस प्रभारी गुलाम नबी आजाद व पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के बयान के बाद गठबंधन को लेकर तल्खी बढ़ गयी। इसके बाद संजय सिंह ने भी गठबंधन को लेकर टिप्पणी करते हुए कहा कि कांग्रेस कहीं से भी मोदी को रोकने की इच्छुक नहीं दिख रही है। अब वह अपने दम पर चुनाव लड़ेंगे। सूत्रों का कहना है कि कांग्रेस नेताओं का बयान आने के बाद आप नेताओं ने इस मसले पर बैठक कर बताया कि अब वह भी गठबंधन के पक्ष में नहीं हैं।

सूत्रों की मानें तो मंगलवार देर रात संजय सिंह ने गुलाम नबी आजाद से मुलाकात कर हरियाणा में 6-3-1 का फार्मूला सुझाया था। इसमें छह सीटों पर कांग्रेस को लड़ना था, जबकि तीन सीट जेजेपी व एक सीट पर आप को दावेदारी करनी थी लेकिन हरियाणा कांग्रेस के नेता आप से समझौते पर राजी नहीं हुए। बुधवार दिन-भर दोनों तरफ से बातचीत चलती रही, लेकिन अंत में नतीजा शून्य रहा।

अभी भी उम्मीद लगाए हैं आप के नेता : सूत्रों की मानें तो बेशक बुधवार को गठबंधन को लेकर कोई बात नहीं बनी, लेकिन आप के नेता अभी भी उम्मीद लगाए बैठे हैं। सूत्रों का दावा है कि अभी भी परदे के पीछे गठबंधन की कोशिशें जारी हैं। संजय सिंह के बयान को सूत्र दबाव की रणनीति के तौर पर भी देख रहे हैं। संभव है कि आप की कोशिश इसके जरिए कांग्रेस को समझौते के लिए दोबारा टेबल कर लाने की हो। जेजीपी व आप के लिए कांग्रेस चार सीट नहीं छोड़ना चाहती। इसकी जगह तीन सीट देने को तैयार है।

राहुल गांधी आज करेंगे निर्णय
आप सांसद संजय सिंह द्वारा राजधानी की सातों सीटों पर चुनाव लड़ने के बयान के बाद कांग्रेस के वरिष्ठ नेता देर शाम सक्रिय हुए व बृहस्पतिवार को सभी सात सीटों पर निर्णय लेने पर मंथन शुरू हो गया। इसलिए वृहस्पतिवार को कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से विमर्श करने की योजना बनाई गई है।

कांग्रेस नेतृत्व दिल्ली में आप को चार सीटें देने व तीन सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े करने पर तैयार है, लेकिन आप नेता हरियाणा में सीट लेने पर अड़े हैं जिससे दिल्ली को लेकर निर्णय नहीं हो सका। अब कांग्रेस नेतृत्व आप के हरियाणा को लेकर अड़ियल रवैये से काफी ज्यादा क्षुब्ध है।

सहारा न्यूज ब्यूरो
नई दिल्ली


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