हनी ट्रैप मामले में बड़े राजनेता या नौकरशाह की आपराधिक भूमिका मिली, तो होगी कार्रवाई: गृह मंत्री

Last Updated 27 Sep 2019 03:55:42 PM IST

मध्य प्रदेश के गृह मंत्री बाला बच्चन ने शुक्रवार को कहा कि अगर हनी ट्रैप मामले की जांच में किसी बड़े राजनेता या नौकरशाह की आपराधिक भूमिका पायी जाती है, तो वह भी कानूनी कार्रवाई से बच नहीं सकेगा।


(प्रतीकात्मक तस्वीर)

गृह मंत्री का यह बयान ऐसे वक्त आया है, जब इस हाई-प्रोफाइल सेक्स स्कैंडल मामले में शामिल प्रभावशाली हस्तियों को लेकर अटकलें दिनों-दिन तेज होती जा रही हैं।    

जांचकर्ताओं को संदेह है कि आपत्तिजनक सामग्री के जरिये शिकार को ब्लैकमेल करने के लिये संगठित तरीके से काम करने वाले हनी ट्रैप गिरोह ने राजनेताओं और नौकरशाहों समेत कई रसूखदारों को भी जाल में फंसाया था।      

बच्चन ने यहां संवाददाताओं से कहा, "मुख्यमंत्री कमलनाथ के नेतृत्व में हनी ट्रैप मामले की निष्पक्ष जांच करायी जा रही है। कोई भी जन प्रतिनिधि या नौकरशाह, अगर हनी ट्रैप मामले में शामिल है पाया जाता है तो वह कानूनी कार्रवाई से नहीं बच पायेगा।"     

गिरोह के जाल में फंसे रसूखदारों के नाम जाहिर न किये जाने के बारे में पूछे जाने पर गृह मंत्री ने कहा, "सही समय आने दीजिये, इस मामले में सभी नामों का खुलासा हो जायेगा।"    

हनी ट्रैप मामले में प्रदेश पुलिस मुख्यालय के गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) के प्रमुख को आनन-फानन बदले जाने पर बच्चन ने कहा, "यह बदलाव प्रशासनिक प्रक्रिया का हिस्सा था। जो हो गया, वह हो गया। वैसे भी मामले में पुलिस की जांच काफी आगे बढ़ चुकी है।"    

गौरतलब है कि सूबे के पुलिस महानिदेशक विजय कुमार सिंह ने अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (काउंटर इंटेलिजेंस) संजीव शमी को एसआईटी प्रमुख की जिम्मेदारी सौंपी है। शुरूआत में पुलिस महानिरीक्षक (अपराध अनुसंधान) डी. श्रीनिवास वर्मा को जांच दल का अध्यक्ष बनाया गया था।      

गृह मंत्री ने कहा, "एसआईटी की जांच पर भरोसा रखिये। जांच में दूध का दूध और पानी का पानी हो जायेगा।"      

कांग्रेस पर हनी ट्रैप मामले में राजनीतिक फायदा उठाने के भाजपा के आरोपों को खारिज करते हुए बच्चन ने कहा, "मामले में कानून पूरी तरह निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है और अब जिसे जो अनुमान लगाना है, लगाता रहे।"       

गौरतलब है कि हनी ट्रैप गिरोह के जाल में फंसने वाले लोगों में अब तक इंदौर नगर निगम के अधीक्षण इंजीनियर हरभजन सिंह का ही नाम आधिकारिक तौर पर सामने आया है। सिंह की ही शिकायत पर पुलिस ने 19 सितंबर को हनी ट्रैप गिरोह का औपचारिक खुलासा किया था। गिरोह की पांच महिलाओं समेत छह सदस्यों को भोपाल और इंदौर से गिरफ्तार किया गया था।

 

भाषा
इंदौर


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