मध्य प्रदेश में जुड़वा बच्चों की हत्या, शिवराज बोले- न्यायिक जांच हो
मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आज रात कहा कि चित्रकूट से दो मासूम बालकों के अपहरण के बाद निर्मम हत्या के मामले की न्यायिक जांच की जाना चाहिए।
शिवराज सिंह चौहान ने चित्रकूट में जुड़वा बच्चों के परिजनों से की मुलाकात |
चौहान ने रात में चित्रकूट में जुड़वा बच्चों के परिजनों से मुलाकात के बाद मीडिया से कहा कि अपहरण के बारह दिन बाद भी बच्चों को पुलिस छुड़ा नहीं पायी। ऐसा क्यों हुआ।
पुलिस ने बच्चों को छुड़ाने के लिए क्या क्या कदम उठाए, इन सभी पहलुओं को न्यायिक जांच के अधीन लाकर न्यायिक जांच करायी जाना चाहिए। यदि नहीं तो सरकार यह पूरा मामला सीबीआई को सौंप दे।
वरिष्ठ भाजपा नेता ने मुख्य आरोपी के बजरंग दल से जुड़े होने संबंधी सवाल के जवाब में कहा कि अब सरकार मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने का कार्य कर रही है और आश्चर्य की बात तो यह है कि पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) भी इस तरह की बात कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अपराधी की जाति, धर्म या पार्टी नहीं होती है। पुलिस को बच्चों को छुड़ाने और अपराधियों को पकड़ने से किसने रोका था। साफ है कि सरकार और पुलिस अपनी गलती छिपाने के लिए इस तरह की बातें कर रही है।
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि निर्मम आरोपियों ने दोनों बच्चों को जंजीरों से बांधकर पानी में फेककर हत्या की घटना को अंजाम दिया है। ऐसे लोगों को सभ्य समाज में रहने की जरूरत नहीं है। इनको फांसी से कम सजा नहीं होना चाहिए। यह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाया जाना चाहिए।
चौहान ने कहा कि अब राज्य में भय का वातावरण बन रहा है। सरकार प्रत्येक आपराधिक मामले में भाजपा का नाम ले लेती है। यह ठीक नहीं है। उन्होंने बताया कि सोमवार को सतना में भाजपा ने बंद का आह्वान किया है। इस आंदोलन को पूरे प्रदेश में ले जाया जाएगा। इसके अलावा रविवार को चित्रकूट में पुलिस ने निर्दोष नागरिकों को पीटा है। इसकी भी जांच होना चाहिए।
इसके पहले चौहान सीधी से चित्रकूट पहुंचे और पीड़ित परिजनों से मुलाकात की। उन्होंने इस घटना की निंदा करते हुए बच्चों को श्रद्धांजलि अर्पित की और परिजनों को ढांढस बंधाया।
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