छत्तीसगढ़: बस्तर में अब तक हुए बड़े नक्सली हमले
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित सुकमा जिले में सोमवार को हुए घातक नक्सली हमले में सीआरपीएफ के 25 जवान शहीद हो गए. नक्सल समस्या से जूझ रहे बस्तर क्षेत्र में स्थित सुकमा राज्य के सबसे अधिक नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में से एक है.
(फाइल फोटो) |
पिछले 10 साल में नक्सलियों ने कई बड़े हमलों को अंजाम दिया. छत्तीसगढ़ के बस्तर में अब तक हुए बड़े नक्सली हमलों का विवरण इस प्रकार है...
- 11 मार्च 2017 को सुकमा जिले में इंजरम-भेज्जी मार्ग निर्माण को सुरक्षा प्रदान करने रवाना की गयी केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) 219वीं बटालियन की पार्टी से कोत्ताचेरू ग्राम में हुई मुठभेड़ में सीआरपीएफ के 12 जवान शहीद एवं तीन अन्य गंभीर रूप से जख्मी हो गए थे. उस वक्त भी नक्सली शहीद जवानों के हथियार लूटकर ले गए थे.
- 30 मार्च 2016 को दंतेवाड़ा के मैलावाड़ा में आईईडी विस्फोट में सीआरपीएफ के सात जवान शहीद हुए थे.
- 25 मई 2013 को सुकमा जिले से परिवर्तन यात्रा से लौट रहे कांग्रेस नेताओं के काफिले पर जीरम घाट में घात लगाए नक्सलियों ने दरभा घाट में बारूदी सुरंग विस्फोट कर गोलीबारी कर दी थी, जिसमें 28 लोगों को जान से हाथ धोना पड़ा था. इस घटना में नेता प्रतिपक्ष महेंद्र कर्मा समेत वरिष्ठ नेता विद्याचरण शुक्ल, नंद कुमार पटेल का अवसान हो गया था.
- 12 मई 2012 को सुकमा के दूरसंचार केंद्र पर हमला, चार जवान शहीद.
- जून 2011 में दंतेवाड़ा जिले के अरनपुर थाना क्षेत्र में माओवादियों ने बारूदी सुरंग में विस्फोट कर लैंड माइन प्रोटेक्टेड व्हीकल को उड़ा दिया था, जिसमें 10 जवान शहीद हुए थे.
- 16 अप्रैल 2010 को ताड़मेटला में नक्सलियों ने सीआरपीएफ के जवानों पर बारूदी सुरंग लगाकर विस्फोट के बाद गोलीबारी की थी. इस अब तक के सबसे भीषण नरसंहार में 76 जवान शहीद हुए थे.
- 26 अप्रैल 2010 को बीजापुर जिले की घाटी में बारूदी सुरंग विस्फोट में 7 जवान शहीद हो गए थे.
- 17 मई 2010 में जवान एक बस में सवार होकर दंतेवाड़ा से सुकमा के लिए रवाना हुए थे. गादीरास थाने से आगे ग्राम सिंगावरम के पास नक्सलियों ने बारूदी सुरंग विस्फोट कर दिया. विस्फोट इतना शक्तिशाली था कि बस के परखच्चे उड़ गए और 12 पुलिस अधिकारियों सहित 36 लोगों को जान गंवानी पड़ी थी.
- 29 जून 2010 में नारायणपुर जिले के धौड़ाई में सीआरपीएफ के जवानों पर नक्सलियों ने घात लगाकर हमला किया, जिसमें 27 जवान शहीद हो गए थे.
- 15 मार्च 2007 में बीजापुर के रानीबोदली में पुलिस कैंप पर हमला. घटना में पुलिस के 55 जवान कर्त्तव्य की बलिवेदी पर न्यौछावर हुए.
- 9 जुलाई 2007 में एर्राबोर के उरपलमेटा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए हिंसक हमले में 23 पुलिस कर्मी देश के लिए कुर्बान हुए.
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