मोतिहारी में मतगणना के दौरान गड़बड़ी, कोटवा प्रखंड के भोपतपुर दक्षिणी क्षेत्र के मुखिया प्रत्याशी उमा सिंह ने लगाया प्रशासनिक अधिकारियों पर पक्षपात का आरोप
बिहार में हो रहे पंचायत चुनाव परिणाम में कई जगहों से गड़बड़ी की शिकायत मिल रही है। राज्य के पूर्वी चंपारण जिले में पंचायत चुनाव में मतगणना के दौरान हेराफेरी का आरोप कई प्रत्याशी लगा रहे है। उनका मानना है की मतगणना में काफी गड़बड़ी हुई हैं।
मोतिहारी के कोटवा प्रखंड के भोपतपुर दक्षिणी क्षेत्र के मुखिया प्रत्याशी उमा सिंह साक्षात्कार के दौरान। |
मोतिहारी के कोटवा प्रखंड के भोपतपुर दक्षिणी क्षेत्र के मुखिया प्रत्याशी उमा सिंह ने भी मतगणना में गड़बड़ी की शिकायत की है। उनका मानना है की उनके साथ पक्षपात हुआ और जीत के बावजूद उन्हें हारा घोषित कर दिया गया।
उमा सिंह ने सहारा समय से बातचीत में कहा की, " मेरे साथ बहुत बुरा हुआ, पहले मुझे 176 वोट से जीता हुआ बताया गया और उसके बाद अचानक मुझे 106 वोट से हरा हुआ बता दिया गया। इसके पीछे एक साजिश थी। मेरे अभिकर्ता को बिना बुलाए हीं ईवीएम खोल दिया गया।
उनको ईवीएम का नंबर नही दिखाया गया। मैने री काउंटिंग करने की मांग की लेकिन इसे अधिकारियों ने अनसुना कर दिया। मुझे इंसल्ट किया गया। मेरे लाख विनती करने पर भी अधिकारी री काउंटिंग के लिए तैयार नहीं हुए और मुझे गिरफ्तार करने की धमकी देने लगे।"
उमा सिंह ने मतगणना में शामिल अधिकारियों पर पक्षपात करने का आरोप लगाया है। उनका आरोप है की मतगणना में गड़बड़ी की शिकायत के बावजूद आननफानन में जीत का प्रमाणपत्र जारी कर दिया गया।
ऐसे में उमा सिंह जैसे प्रत्याशियों के लिए अब कोट का दरवाजा हीं अंतिम विकल्प है।
जहीरतौरपर, मतगणना में बड़े पैमाने पर हुए गड़बड़ी ने बिहार में पंचायत चुनाव की निष्पक्षता पर सवाल खड़े कर दिए है।
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