मुजफ्फरपुर बालिका आवास गृह में केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की तरफ से सर्वोच्च न्यायालय में रिपोर्ट दखिल किए जाने के बाद बिहार में सियासी पारा चढ़ गया है।
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राज्य की प्रमुख विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) ने सीबीआई जांच पर सवाल खड़ा किया है, वहीं भाजपा राजद पर ही सवाल खड़ा कर रही है। राजद की तरफ से ट्वीट कर कटाक्ष करते हुए लिखा, "सीबीआई ने मुजफ्फरपुर शेल्टर होम केस को ही पूरा पलट दिया! सीबीआई के अनुसार, किसी बच्ची की हत्या हुई ही नहीं! हत्या का कोई सबूत नहीं मिला! नरकंकाल अज्ञात वयस्कों के! अब हो गया न्याय! बजाओ ताली! समझ में आया पलटू की पलटी? केस जांच की कमान अस्थाना के पास थी! वाह मोदीजी वाह!"
बिहार पहुंची मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि मुजफ्फरपुर आवास गृह मामले में सीबीआई ने अदालत में दावा किया है कि वहां पर किसी भी लड़की की हत्या नहीं हुई है।
इधर, भाजपा के नेता और बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने राजद पर ही सवाल उठाते हुए निशाना साधा है। मोदी ने ट्वीट कर लिखा, "मुजफ्फरपुर बालिका गृह मामले में राज्य सरकार ने जब विरोधी दलों की मांग पर सीबीआई को जांच सौंपी थी, तब इसकी रिपोर्ट पर सवाल क्यों उठाया जा रहा है? सीबीआई ने वहां जो गड़बड़ी पाई, उसके लिए दो दर्जन से ज्यादा अफसरों के खिलाफ कार्रवाई करने की सिफारिश की है, लेकिन विपक्ष जिन 35 लड़कियों की हत्या के मनगढ़ंत आरोप लगाकर सरकार को बदनाम करने पर तुला था, उसे बेबुनियाद भी बताया है।"
उन्होंने आगे लिखा, "राजद केवल तभी न्याय प्रक्रिया पर भरोसा करता है, जब कोई फैसला उसके अनुकूल होता है या लालू प्रसाद को जमानत मिलती है। सीबीआई ने बालिका गृह मामले में गहन जांच के बाद सच को सामने रखा और झूठ को नकारते हुए सर्वोच्च अदालत में रिपोर्ट सौंप दी। विडंबना यह कि अब जिन्हें झूठा साबित होने पर शर्मसार होना चाहिए वे सीबीआई पर शक कर रहे हैं।"
मोदी ने कहा कि राज्य सरकार इस मामले में दोषी अधिकारियों के खिलाफ नियमानुसार कार्रवाई कर पीड़ितों को न्याय दिलाएगी।
बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह में बच्चियों के साथ यौन शोषण का मामला एक सर्वेक्षण के बाद प्रकाश में आया था। बिहार पुलिस की जांच के बाद विपक्ष की मांग पर सरकार ने पूरे मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी।
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