जिन्होंने कभी बिहार दिवस का विरोध किया वो अब शांत पड़ गए हैं : नीतीश
मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को कहा कि जिन लोगों ने मुंबई में बिहार स्थापना दिवस समारोह का कभी विरोध किया था, वो अब शांत हो गए हैं.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (फाइल फोटो) |
मैथिली समन्वय समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि बिहारियों ने देश में हर जगह अपने ज्ञान और क्षमताओं से नाम कमाया.
कुमार ने कहा, \'\'देशभर के लोग बिना बिहारियों के कोई काम नहीं करा सकते. वे (बिहारी) किसी पर निर्भर नहीं हैं और न ही वे किसी पर बोझ हैं.\'\'
उन्होंने राज ठाकरे का नाम लिए बिना कहा, \'\'कुछ लोगों ने यहां बिहार स्थापना दिवस का विरोध किया. अब वे शांत पड़ गए हैं.\'\'
कुमार 2012 में शहर में 100 वें बिहार स्थापना दिवस समारोह मनाने के लिए मुंबई में बिहारियों के खिलाफ ठाकरे द्वारा चलाए गए अभियान का उल्लेख कर रहे थे. कुमार ने तब कहा था कि उन्हें मुंबई में आने के लिए वीजा की आवश्यकता नहीं है.
मनसे की राजनैतिक ताकत अब काफी घट गई है. 2009 में महाराष्ट्र विधानसभा में मनसे के सीटों की संख्या 13 थी. पार्टी का अब सिर्फ एक विधायक है जबकि मुंबई नगर निगम में उसके सीटों की संख्या 28 से घटकर सात रह गई है.
बिहार के मुख्यमंत्री ने कहा कि वह अपनी उपलब्धियों का प्रचार करने की आवश्यकता नहीं महसूस करते. उनके राज्य में बदलाव खुद महसूस किया जा रहा है.
उन्होंने कहा, \'\'हम किसी की नकल नहीं करते. हमारे विकास के काम को देखा जा रहा है.\'\'समाज में आखिरी व्यक्ति तक विकास पहुंचे इस बात को सुनिश्चित करने के लिए सभी क्षेत्रों के विकास की आवश्यकता है.\'\'
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