भारतीय मीडिया तथ्यों का खुलासा होने तक करे

Last Updated 04 Feb 2010 11:10:09 AM IST


मेलबर्न। नस्ली मुद्दे को तूल देने के लिए भारतीय मीडिया की आलोचना करते हुए विक्टोरिया के प्रीमियर जॉन ब्रुम्बी ने आज जनता से हमलों के बारे में कोई भी निष्कर्ष निकालने से पहले तथ्यों का खुलासा होने तक इंतजार करने के लिए कहा। एएपी की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि ब्रुम्बी ने भारतीय मीडिया और आस्ट्रेलियाई मीडिया के कुछ वर्गों पर नस्लवाद के मुद्दे को तूल देने का आरोप लगाते हुए लिए नाराजगी जाहिर की है जो ’वास्तव में है ही नहीं।’ उन्होंने कहा इस बात की हम निंदा करते हैं कि हमलों को नस्ली रूप दिया जा रहा है। लेकिन मैं इसकी गहराई में नहीं जा रहा हूं। उन्होंने कहा कि भारत में हमलों के बारे में जो असंतुलित रिपोर्टिंग की जा रही है, उससे विक्टोरिया सहमत नहीं है। उन्होंने कहा कि लोगों को नस्लवाद का आरोप लगाने से पहले तथ्यों के सामने आने तक इंतजार करना चाहिए। ब्रुम्बी ने कहा कि ’द एज’ में प्रकाशित एक खबर में कहा गया कि भारतीय उच्चायुक्त सुजाता सिंह ने हमलों के मुद्दे पर सिडनी में गवर्नर जनरल क्वेन्तिन ब्राइस से शिकायत की। यह बात तथ्यों से परे है। ब्रुम्बी ने कहा हमारे यहां भारतीयों और श्रीलंकाई नागरिकों की आबादी बहुत है। उनकी संख्या हमारी कुल आबादी की सात फीसदी है। देश में अगर हर सप्ताह अपराध की 14 घटनाएं होती हैं तो इसमें से एक घटना भारतीय या श्रीलंकाई नागरिक को प्रभावित करेगी। ब्रुम्बी के अनुसार, लेकिन इसका मतलब यह नहीं है कि उन्हें निशाना बनाया जा रहा है या यह हमले नस्लवाद के चलते हो रहे हैं। इस मुद्दे से जिस तरह विक्टोरिया पुलिस निपट रही है, उसे लेकर ब्रुम्बी ने उसकी सराहना की। उन्होंने कहा कि भारतीय छात्रों के खिलाफ हुए ज्यादातर हमले देर रात को तथा अधिक खतरनाक इलाकों में हुए हैं। खबर के अनुसार, ’द एज’ में भारतीयों पर कथित नस्लवाद के कारण हो रहे हमलों में गवर्नर जनरल ब्रायस को भी शामिल किए जाने के बाद ब्रुम्बी ने यह प्रतिक्रिया जताई है। मेलबर्न में रह रहे भारतीयों पर हमलों की कुछ घटनाओं की वजह से ऑस्ट्रेलिया और भारत सरकार के बीच तनाव उत्पन्न हो गया है।



Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment