Vice President Election: सुप्रीम कोर्ट के पूर्व जज सुदर्शन रेड्डी को विपक्ष ने बनाया उपराष्ट्रपति पद का उम्मीदवार, राधाकृष्णन को देंगे चुनौती

Last Updated 19 Aug 2025 01:57:40 PM IST

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को घोषणा की कि उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार हैं।


NDA के बाद अब विपक्ष ने अभी अपने उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार के नाम की घोषणा कर दी है। विपक्ष ने सुदर्शन रेड्डी उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार बनाया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन मल्लिकार्जुन खड़गे ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सुदर्शन रेड्डी के नाम का ऐलान किया है 

विपक्षी दलों के ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस) गठबंधन ने उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश बी. सुदर्शन रेड्डी को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित किया है जो 16 साल से अधिक समय तक संवैधानिक अदालतों में सेवाएं दे चुके हैं।

रेड्डी उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश और गोवा के पहले लोकायुक्त हैं।

खड़गे ने कहा, ‘‘ ‘इंडिया’ गठबंधन के सभी दलों ने एक साझा उम्मीदवार चुनने का फैसला किया है, यह फैसला सर्वसम्मति से लिया गया है। मुझे खुशी है कि सभी विपक्षी दल एक नाम पर सहमत हुए। यह लोकतंत्र के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।’’

उनका मुकाबला एनडीए गठबंधन के सीपी राधाकृष्णन से होगा। दोनों उम्मीदवार 21 अगस्त को अपना नामांकन दाखिल करेंगे। 

कौन है सुदर्शन रेड्डी

जुलाई 1946 में जन्मे न्यायमूर्ति रेड्डी को दो मई, 1995 को आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय का स्थायी न्यायाधीश नियुक्त किया गया और बाद में पांच दिसंबर, 2005 को वह गुवाहाटी उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश नियुक्त किए गए।

वह 12 जनवरी, 2007 को उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीश बने और आठ जुलाई, 2011 को सेवानिवृत्त हुए।

न्यायमूर्ति रेड्डी 27 दिसंबर, 1971 को हैदराबाद में आंध्र प्रदेश बार काउंसिल में अधिवक्ता के रूप में पंजीकृत हुए।

उन्होंने 1988 से 1990 के दौरान उच्च न्यायालय में सरकारी वकील के रूप में और 1990 के दौरान छह महीने के लिए केंद्र सरकार के अतिरिक्त स्थायी अधिवक्ता के रूप में भी काम किया।

उच्चतम न्यायालय के पूर्व न्यायाधीश उस्मानिया विश्वविद्यालय के कानूनी सलाहकार और स्थायी वकील भी रह चुके हैं। न्यायमूर्ति रेड्डी मार्च 2013 में गोवा के पहले लोकायुक्त बने थे, लेकिन सात महीने के भीतर ही निजी कारणों का हवाला देते हुए उन्होंने इस्तीफा दे दिया।  वह हैदराबाद स्थित अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता एवं मध्यस्थता केंद्र के न्यासी बोर्ड के सदस्य भी हैं।
     

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को घोषणा की कि न्यायमूर्ति रेड्डी उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए विपक्षी दलों के संयुक्त उम्मीदवार होंगे।
 

भाषा
नई दिल्ली


Post You May Like..!!

Latest News

Entertainment