राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए - NDA) संसदीय दल की बैठक में आज ऑपरेशन सिंदूर (Operation Sindoor) को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया।

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में संसद परिसर में यह बैठक हुई। एनडीए संसदीय दल ने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के दौरान दिखाए गए भारतीय सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस और अटूट प्रतिबद्धता को सलाम किया। साथ ही, पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष लोगों के प्रति गहरी संवेदना और श्रद्धांजलि भी अर्पित की गई।
प्रस्ताव में कहा गया, एनडीए संसदीय दल हमारे सशस्त्र बलों के अद्वितीय साहस और अटूट प्रतिबद्धता को सलाम करता है, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर और ऑपरेशन महादेव के दौरान अदम्य साहस का परिचय दिया। उनका साहस हमारे राष्ट्र की रक्षा के प्रति उनके अटूट समर्पण को दर्शाता है। हम पहलगाम आतंकवादी हमले में मारे गए नागरिकों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद एनडीए संसदीय दल ने चुनौतियों के समय में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के असाधारण नेतृत्व की प्रशंसा की। प्रस्ताव में कहा गया, एनडीए संसदीय दल इस कठिन समय में प्रधानमंत्री के असाधारण नेतृत्व की सराहना करता है। उनके अटूट संकल्प, दूरदर्शी राजनेता और दृढ़ नेतृत्व ने न सिर्फ राष्ट्र को उद्देश्यपूर्ण दिशा दी है, बल्कि सभी भारतीयों के हृदय में एकता और गौरव की नई भावना भी जगाई।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 26 निर्दोष पर्यटकों को धर्म के आधार पर अलग करके गोली मार दी गई। यह घटना पूरे देश के लिए गहरे दुख और आक्रोश का कारण बनी। पाकिस्तान समर्थित आतंकी संगठन द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली थी।
एनडीए के प्रस्ताव में हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी के संदेश को दोहराया गया है, जिसमें बिहार की रैली में उन्होंने कहा था, भारत हर आतंकवादी और उसके समर्थकों की पहचान करेगा, उन्हें खोजेगा और उन्हें दंडित करेगा।
प्रधानमंत्री के इस संकल्प को धरातल पर उतारते हुए 6-7 मई की रात भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर लॉन्च किया। यह एक सटीक और लक्षित सैन्य कार्रवाई थी, जिसमें पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) में स्थित आतंकी प्रशिक्षण शिविरों को निशाना बनाया गया। यह कार्रवाई गैर-उकसाने वाली, लेकिन निर्णायक थी।
एनडीए ने यह भी कहा कि 2014 से पहले देश के कई बड़े शहरों, जैसे पटना, बेंगलुरु, मुंबई, गुवाहाटी, वाराणसी, अहमदाबाद, हैदराबाद और दिल्ली में आए दिन बम धमाके होते थे। लेकिन 2014 के बाद से इस पर सख्ती से लगाम लगी है, जो भारत की रणनीति में आए बदलाव को दिखाता है।
एनडीए ने कहा कि सिंदूर नाम सिर्फ एक सैन्य अभियान नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और नारी शक्ति के प्रतीक को भी दर्शाता है। आतंकियों ने जिन महिलाओं के सिंदूर को मिटाने की कोशिश की, भारत की सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के जरिए उनका बदला लिया और देश की अस्मिता की रक्षा की।
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