जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले में पुलिस ने पहलगाम आतंकी हमले के बाद ‘वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क’ (वीपीएन) पर प्रतिबंध लगा दिये जाने का हवाला देते हुए लोगों से इसका इस्तेमाल न करने को कहा है।

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पुलिस ने बताया था कि पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला होने के बाद केंद्र सरकार ने कुछ वेबसाइट और ऑनलाइन सामग्री पर पाबंदी लगा दी थी लेकिन उनतक पहुंचने के लिए बड़े पैमाने पर इन वीपीएन का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे में अनंतनाग के जिलाधिकारी ने सात मई को सभी वीपीएन के उपयोग को दो माह के लिए निलंबित कर दिया था।
पहलगाम में आतंकवादी हमले में 26 लोग मारे गए थे।
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कुछ ‘वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क’ अब भी उपयोग में हैं।
एक अधिकारी ने बताया, ‘‘इस गतिविधि के कारण उपयोगकर्ताओं के खिलाफ कानूनी कार्रवाई हो सकती है, क्योंकि वीपीएन का उपयोग ‘एन्क्रिप्टेड डेटा’ भेजने, आईपी पते को छिपाने और वेबसाइट पाबंदी तथा ‘फायरवॉल’ से बचने के लिए किया जाता है। वीपीएन के उपयोग से संवेदनशील सूचनाओं पर साइबर हमले का खतरा पैदा हो जाता है।’’
उन्होंने कहा कि वीपीएन का दुरुपयोग गैरकानूनी और राष्ट्र-विरोधी गतिविधियों के लिए किया जा सकता है, जिसमें अशांति भड़काना और भड़काऊ सामग्री का प्रसार करना शामिल है।
अधिकारी ने कहा,‘‘डेटा की सुरक्षा और किसी भी साइबर हमले को रोकने के लिए वीपीएन के उपयोग से बचना चाहिए।’’
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