Parliament Spl Session: पुरानी संसद में PM मोदी ने वाजपेयी-नेहरू को किया याद, कांग्रेसियों के तालियां नहीं बजाने पर किया कटाक्ष
संसद के पांच दिवसीय विशेष सत्र की शुरुआत आज, 18 सितंबर हो गई है। इस सत्र में पीएम मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया।
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पुरानी संसद में सोमवार को संसद की कार्यवाही का आखिरी दिन है। मंगलवार यानी 19 सितंबर से संसद की कार्यवाही नई पार्लियामेंट बिल्डिंग में होगी।
इस सत्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा को संबोधित किया। पीएम मोदी ने राष्ट्रीय राजधानी में हाल ही में सम्पन्न जी20 शिखर सम्मेलन की सफलता का श्रेय देश की समस्त जनता को देते हुए सोमवार को कहा कि यह किसी एक व्यक्ति या किसी एक पार्टी की सफलता नहीं है।
मोदी ने लोकसभा में ‘संविधान सभा से शुरू हुई 75 वर्षों की संसदीय यात्रा - उपलब्धियां, अनुभव, यादें और सीख’ विषय पर चर्चा की शुरुआत करते हुए कहा कि यह हर किसी के लिए जश्न की बात है। उन्होंने कहा कि जी20 की सफलता 140 करोड़ भारतीयों की सफलता है, किसी एक व्यक्ति या एक पार्टी की नहीं ।
प्रधानमंत्री ने पुराने संसद भवन का जिक्र करते हुए कहा कि इस परिसर के निर्माण का फैसला भले ही विदेशी शासकों ने किया था, लेकिन इसका निर्माण भारत के लोगों की कड़ी मेहनत, पसीने और धन से किया गया था।
उन्होंने कहा कि इन 75 वर्षों में अनेक लोकतांत्रिक परंपराएं बनीं और इसमें सभी ने योगदान दिया है।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हम नई इमारत में जा सकते हैं, लेकिन पुरानी इमारत भी आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करेगी।’’
उन्होंने कहा, ‘‘पुराने संसद भवन को अलविदा कहना एक भावनात्मक क्षण है ; इसके साथ कई खट्टी-मीठी यादें जुड़ी हुई हैं। यह भारत की यात्रा का एक महत्वपूर्ण अध्याय है। नये परिसर में जाने से पहले इस संसद भवन से जुड़े प्रेरणादायक क्षणों को याद करने का समय आ गया है। ’’
वर्तमान सांसदों के लिए यह विशेष सौभाग्य का विषय है और वह इसलिए क्योंकि हमें इतिहास और भविष्य दोनों की कड़ी का हिस्सा होने का अवसर मिला है। हम नए संसद में जाएंगे तो एक नए विश्वास के साथ जाएंगे। मैं सभी सदस्यों व अन्य के द्वारा दिए गए अपने योगदान के लिए धन्यवाद करता हूं: संसद के… pic.twitter.com/41Eo5gggBe
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 18, 2023
मोदी ने लोक सभा में नेहरू की जमकर की तारीफ, कांग्रेसियों के तालियां नहीं बजाने पर किया कटाक्ष
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि नेहरू से लेकर शास्त्री और वाजपेयी तक, इस संसद ने कई नेताओं को भारत के बारे में अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत करते देखा है।
मोदी ने कहा कि इस संसद भवन में अनेक अवसर ऐसे आये जब सदस्यों के आंसू भी बहे ।
पुराने संसद भवन में लोकसभा में अपना आखिरी भाषण देते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से लेकर अपने पूर्ववर्ती पीएम मनमोहन सिंह के योगदान को सराहते हुए राष्ट्र निर्माण में सभी प्रधानमंत्रियों के योगदान को याद किया।
पीएम मोदी ने 14-15 अगस्त, 1947 को आधी रात में संविधान सभा में जवाहर लाल नेहरू द्वारा दिए गए ऐतिहासिक भाषण 'ट्रिस्ट विद डेस्टिनी' को याद करते हुए कहा कि पंडित नेहरू का वह भाषण हम सबको प्रेरित करता रहेगा।
पीएम मोदी जब जवाहर लाल नेहरू के भाषण और योगदान को याद करते हुए उनकी प्रशंसा कर रहे थे, उस समय सत्ता पक्ष की तरफ से मेज थपथपाकर उनके तारीफ का समर्थन किया जा रहा था लेकिन कांग्रेस सांसदों की तरफ से ऐसा कुछ नहीं किया गया।
ऐसे में कांग्रेस के तालियां नहीं बजाने पर कटाक्ष करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि कुछ बातें ऐसी हैं जो हर किसी की ताली की हकदार है, लेकिन इसमें भी राजनीति आड़े आ रही है। जब नेहरू के योगदान को याद किया जा रहा हो तो भला कौन उसे नहीं मानेगा।
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