कांग्रेस का वार- सरकार दशकों से निर्मित अनुसंधान संस्थानों को कर रही नष्ट

Last Updated 31 Jul 2023 01:46:31 PM IST

कांग्रेस ने सोमवार को केंद्र सरकार पर तंज करते हुए कहा कि एम्स में अनुसंधान परियोजनाओं पर काम करने वाले वैज्ञानिकों के कार्यकाल को सीमित करने का उसका निर्णय इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे दशकों से बने एक अनुसंधान संस्थान को सूक्ष्म प्रबंधन की कोशिश की जा रही है और नष्ट किया जा रहा है।


कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश

कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा, "यह इस बात का एक और उदाहरण है कि कैसे दशकों से निर्मित एक विश्व स्तरीय अनुसंधान संस्थान को मोदी सरकार द्वारा सूक्ष्म प्रबंधन और अंततः नष्ट करने की कोशिश की जा रही है।"

 उन्होंने कहा,"स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पर संसदीय स्थायी समिति, जिसका मैं सदस्य था, ने अपनी स्वायत्तता और अनुसंधान क्षमता और क्षमता को मजबूत करने के उद्देश्य से अगस्त 2015 में 'एम्स की कार्यप्रणाली' पर अपनी रिपोर्ट सौंपी थी। इसके बजाय,  हम क्या हैं अब वे लोग गवाही दे रहे हैं, जो यह नहीं समझते कि विज्ञान और अनुसंधान निर्देश जारी करके कैसे किया जाता है।''

उन्होंने एक समाचार रिपोर्ट भी संलग्न की, इसमें दावा किया गया कि केंद्र ने अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अनुसंधान परियोजनाओं पर काम करने वाले वैज्ञानिकों के कार्यकाल पर छह साल की सीमा लगाने का आदेश दिया है।

आईएएनएस
नई दिल्ली


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