गोरखपुर के नीट अभ्यर्थी दीपक गुप्ता की हत्या का आरोपी रामपुर जिले के गंज थाना क्षेत्र में पुलिस मुठभेड़ के दौरान मारा गया। पुलिस अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी।
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अधिकारियों ने बताया कि मृतक की पहचान कोतवाली थाना क्षेत्र के घेर मर्दान खां निवासी जुबैर उर्फ कालिया के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि पशु तस्करी में लिप्त कालिया पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
पुलिस के अनुसार, शुक्रवार रात रामपुर के गंज थाना क्षेत्र में चाकू चौक से मंडी को जाने वाले रास्ते पर कालिया (26) की पुलिस से मुठभेड़ हो गई।
मुरादाबाद परिक्षेत्र के पुलिस उप महानिरीक्षक (डीआईजी) मुनिराज जी ने संवाददाताओं को बताया कि शुक्रवार रात पुलिस जांच के दौरान एक मोटरसाइकिल पर दो व्यक्ति आते दिखे। जब उन्हें रोकने का प्रयास किया गया, तो वे नहीं रुके और पुलिस पर गोलीबारी शुरू कर दी।
डीआईजी ने बताया कि इस गोलीबारी में उपनिरीक्षक राहुल जादौन और आरक्षी संदीप कुमार घायल हो गए। पुलिस की जवाबी कार्रवाई में जुबैर को गोली लगी, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
कालिया गोरखपुर के पिपराइच हत्याकांड का मुख्य आरोपी था और उसकी तलाश रामपुर व गोरखपुर पुलिस को थी। उस पर एक लाख रुपये का इनाम घोषित था।
गोरखपुर के पिपराइच थाना क्षेत्र में 16 सितंबर को 19 वर्षीय दीपक गुप्ता की हत्या कर दी गई थी। दीपक नीट (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) की तैयारी कर रहा था। जब वह तस्करों को जानवरों की चोरी करने से रोक रहा था, तभी उसकी हत्या कर दी गई।
जुबैर के खिलाफ रामपुर, बलरामपुर, गोंडा और गोरखपुर जिलों में पशु क्रूरता अधिनियम, गोहत्या, हत्या के प्रयास और हत्या सहित कुल 18 आपराधिक मामले दर्ज हैं।
| | भाषा | रामपुर/लखनऊ (उत्तर प्रदेश) |
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