Emergency 25 June: आपातकाल के 48 साल पूरे, PM मोदी सहित BJP ने इमरजेंसी के नायकों को किया नमन
देश में आपातकाल के आज 48 सालू पूरे हो गए हैं। 21 महीने तक लागू रहे आंतरिक आपातकाल की बरसी के मौके पर आज बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी का आड़े हाथों लिया है।
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देश में आपातकाल के आज 48 सालू पूरे हो गए हैं। 21 महीने तक लागू रहे आंतरिक आपातकाल की बरसी के मौके पर आज बीजेपी ने कांग्रेस पार्टी का आड़े हाथों लिया है।
आपातकाल की बरसी पर पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, अनुराग ठाकुर समेत कई बीजेपी नेताओं ने कांग्रेस पर निशाना साधा है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, राजनाथ सिंह और योगी समेत कई राजनेताओं ने इमरजेंसी को याद करते हुए इसका विरोध करने वाले साहसी लोगों को श्रद्धांजलि दी है।
पीएम मोदी ने कहा कि इमरजेंसी के काले दिन हमारे इतिहास का न भूलने वाला समय है, जो हमारे संविधान के मूल्यों के उलट हैं। पीएम मोदी ने ट्वीट कर लिखा, 'मैं उन लोगों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने आपातकाल का विरोध किया और देश में लोकतंत्र की भावना को मजबूत करने के लिए काम किया। आपातकाल हमारे देश के इतिहास का कभी ना भूला जा सकने वाला समय है, जो संविधान के मूल्यों के पूरी तरह खिलाफ है।'
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट कर कांग्रेस पार्टी पर सत्ता खोने के डर से देश पर आपातकाल थोपने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि वास्तव में यह कांग्रेस द्वारा की गई लोकतंत्र की हत्या थी।
उनके ट्वीट में लिखा कि, "1975 में आज ही के दिन, सत्ता खोने के डर से प्रेरित एक परिवार ने देश में आपातकाल लगा दिया, लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर लोकतंत्र की हत्या कर दी।"
शाह ने उल्लेख किया कि आपातकाल अभी भी कांग्रेस पार्टी की मानसिकता को दर्शाता है, कि वे सत्ता हासिल करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। उन्होंने दावा किया कि यह कांग्रेस पर एक ऐसा धब्बा है जो कभी नहीं मिटेगा।
उन्होंने कहा कि "सत्ता में बैठे लोगों के स्वार्थ से प्रेरित होकर लगाया गया आपातकाल, कांग्रेस की सत्तावादी मानसिकता का प्रतीक है और एक अमिट दाग बना हुआ है, जो कभी नहीं मिटेगा।
शाह ने कहा, मैं उन सभी देशभक्तों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने उस कठिन समय के दौरान लोकतंत्र को पुनर्जीवित करने के लिए संघर्षों का सामना किया। उन्होंने आगे कहा कि जिन लोगों ने तमाम कठिनाइयों को सहते हुए आपातकाल के खिलाफ लड़ाई लड़ी, उन्हें हमेशा नायक और सच्चे देशभक्त के रूप में याद किया जाएगा।
राजनाथ सिंह ने कहा- आज भारत में लोकतंत्र जीवित है, इसमें आपातकाल में जिन्होंने भी संघर्ष किया, जेल काटी और यातनाएँ सहीं, उन सभी का बहुत बड़ा योगदान है. भारत की आने वाली पीढ़ियाँ उनका योगदान कभी भुला नहीं सकतीं।
भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने आपातकाल के मुद्दे पर ट्वीट कर लिखा कि, '25 जून 1975 को एक परिवार ने अपने तानाशाही रवैये के कारण देश के महान लोकतंत्र की हत्या की और आपातकाल जैसा कलंक थोपा था। जिसकी निर्दयता ने सैकड़ों वर्षों के विदेशी शासन के अत्याचार को भी पीछे छोड़ दिया। ऐसे कठिन समय में असीम यातनाएं सहकर लोकतंत्र की स्थापना के लिए संघर्ष करने वाले सभी राष्ट्र भक्तों को नमन करता हूं'।
आपातकाल की बरसी पर योगी ने ट्वीट किया, “भारत के महान लोकतंत्र को अक्षुण्ण रखने के लिए बिना डरे, बिना डिगे, बिना झुके क्रूर तानाशाही का प्रखर प्रतिकार करने वाले समस्त हुतात्माओं को नमन।”
इस ट्वीट के साथ योगी ने एक तस्वीर साझा की, जिसमें ‘25 जून 1975 : आपातकाल एक कलंक’ पंक्ति को प्रमुखता से उभारा गया है।
वहीं, मौर्य ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए ट्विटर पर लिखा, “कांग्रेस का मतलब आपातकाल, भाजपा का मतलब अमृतकाल! कांग्रेस को तानाशाही में, भाजपा को लोकतंत्रशाही में विश्वास।”
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