Karnataka : दिल्ली में तय होगा कर्नाटक में कौन, नवनिर्वाचित विधायकों ने खड़गे को नेता चुनने के लिए अधिकृत किया

Last Updated 15 May 2023 06:32:19 AM IST

कर्नाटक विधानसभा चुनाव (Karnataka Assembly Election) में ऐतिहासिक जीत हासिल करने के बाद अब कांग्रेस (Congress) के सामने सबसे बड़ी चुनौती एक ऐसे नेता को मुख्यमंत्री की कुर्सी सौंपना है जो सर्वमान्य हो।


कांग्रेस विधायक दल की बैठक में सिद्धरमैया व डी के शिवकुमार के साथ पर्यवेक्षक सुशील कुमार शिंदे व अन्य।

कर्नाटक कांग्रेस के अध्यक्ष डीके शिवकुमार (Karnataka Congress President DK Shivakumar) और सिद्धारमैया (Siddaramaiah) के बीच मुख्यमंत्री पद को लेकर होड़ मची हुई है। शिवकुमार ने तो खुलकर अपनी इच्छा जाहिर भी कर दी है।

इस बीच कांग्रेस आलाकमान द्वारा नियुक्त किए गए तीन पर्यवेक्षकों सुशील कुमार शिंदे (Sushil Kumar Shinde), दीपक बावरिया (Deepak Bavaria) और जितेन्द्र सिंह (Jitendra Singh) ने रविवार शाम नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक ली, जिसमें सर्वसम्मत फैसला हुआ कि कर्नाटक की सत्ता की कमान किसी सौंपी जाए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे (Congress President Mallikarjun Kharge) तय करेंगे। विधायक दल ने खड़गे को नेता चुनने के लिए अधिकृत कर दिया है।

इससे पहले पहले, कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षकों ने कांग्रेस महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल के साथ निवर्तमान विधानसभा में विपक्ष के नेता सिद्धरमैया और कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष डीके शिवकुमार के साथ बैठक की।

सिद्धरमैया  और शिवकुमार ने विधायक दल की बैठक से पहले अपने समर्थक विधायकों के साथ बैठक की है। सिद्धरमैया और शिवकुमार के आवास पर समर्थकों ने बैनर लगाए हैं, जिसमें उन्हें जीत के लिए बधाई दी गई है और उन्हें ‘अगला मुख्यमंत्री’ बताया गया है।

उधर शिवकुमार ने रविवार को यह कहते हुए मुख्यमंत्री पद की दौड़ में बने रहने का संकेत दिया कि वह सभी को साथ लेकर चले हैं और उन्होंने अपने लिए कभी कुछ नहीं मांगा है। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धरमैया के साथ उनके मतभेद होने की अटकलों को भी खारिज किया।

इस बीच वोक्कालिंगा संतों ने शिवकुमार को ही मुख्यमंत्री बनाने की मांग की है। सूत्रों के मुताबिक मुख्यमंत्री पद को लेकर सिद्धरमैया व शिवकुमार के बीच मची खींचतान को सुलझाने में कांग्रेस आलाकमान को माथापच्ची करनी पड़ेगी। इसमें कर्नाटक का ताज किसके सिर रखा जाएगा इसमें दो या तीन दिन लग सकते हैं।

‘हर कोई कह रहा है कि मेरे और सिद्धरमैया के बीच मतभेद हैं, लेकिन मैं आपको बता दूं कि रत्ती भर भी मतभेद नहीं है। मैंने किसी को मौका ही नहीं दिया। मैंने अपने आप को जमीन से जुड़ा हुआ रखा। --डीके शिवकुमार   

समयलाइव डेस्क
नई दिल्ली


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