असम के मुख्यमंत्री से क्यों नाराज हो गए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल?
कर्नाटक विधान सभा चुनाव में दो मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और हिमंत बिस्वा सरमा एक दूसरे पर जमकर आरोप लगा रहे हैं। राजनीति में भूपेश बघेल,हिमंत सरमा से सीनियर रहे हैं। दोनों अपने-अपने राज्यों को छोड़ अपनी-अपनी पार्टी के प्रत्याशियों को जीताने के लिए जोर आजमाइस कर रहे हैं।
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हालांकि कर्नाटक विधान सभा चुनाव में वैसे भी प्रधनमंत्री नरेंद्र मोदी भाजपा की तरफ से एंकर की भूमिका में हैं। उन्होंने चुनाव प्रचार की डोर एकतरफा थाम रखी है। लेकिन वहां की जनता दो मुख्यमंत्रियों की बातों से ज्यादा प्रभावित होती दिख रही है। अब देखना यह है कि किसकी बातों से प्रभवित होकर वहां की जनता वोट करती है,और कौन मुख्यमंत्री अपनी-अपनी पार्टियों को ज्यादा फायदा पहुंचा पाते हैं।
चुनाव प्रचार के दौरान,असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी को लेकर बड़ी बात कह दी है। उन्होंने कहा है कि राहुल गाँधी आज कर्नाटक के लोगों को गारंटी दे रहे हैं, लेकिन उनकी गारंटी कौन लेगा? उन्होंने सोनिया गांधी पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वो अपने बेटे राहुल गांधी को पिछले बीस वर्षों से खड़ा करने की लड़ाई लड़ रही हैं। उनके कहने का मतलब कि जो व्यक्ति खुद ही नहीं खड़ा हो प् रहा है, वो भला किसी दूसरे को खड़ा करने की गारंटी कैसे दे सकता है।
हिमंत सरमा की इस बात को छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मजबूती से पकड़ लिया। उन्होंने हिमंत सरमा से सवाल पूछ दिया कि जिस पार्टी, यानी कांग्रेस ने हिमंत सरमा को इतना सबकुछ दिया वही व्यक्ति आज कांग्रेस पर सवाल कैसे उठा सकता है। यहाँ बता दें कि हिमंत बिस्वा सरमा,असम में कांग्रेस की जब-जब सरकार रही वो मंत्री बनते रहे। हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस छोड़कर,अगस्त 2015 में भाजपा ज्वाइन कर ली थी। उनके ऊपर झारखंड सरकार को गिराने का आरोप भी लगा था।
जहरखंड के एक विधायक कुमार जय मंगल सिंह ने एक बार कहा था कि हिमंत बिस्वा सरमा ने उन्हें दस करोड़ रूपये देने की बात की थी। उन्होंने एक मुकदमा भी दर्ज करवाया था, जिसकी सीबीआई जाँच चल रही है, लेकिन उस जाँच से हिमंत सरमा का नाम गायब हो चुका है। भूपेश बघेल ने आरोप लगाया कि सीबीआई से बचने के लिए ही हिमंत सरमा ने भाजपा का दमन थामा था। वैसे देखा जाय तो हिमंत बिस्वा सरमा राजनीति में भूपेष बघेल से काफी जूनियर हैं।
भूपेश बघेल ने अपने राजनीति की शुरुवात कांग्रेस के युवा विंग के साथ अस्सी के दशक में कर दी थी। जबकि उस समय हिमंत बिस्वा सरमा कालेज यूनियन की राजनीति करते थे। यहीं नहीं हिमंत बिस्वा सरमा पर गोवा में कांग्रेसी विधायकों को तोड़ने का भी आरोप लगा था। बहरहाल आज ये दोनों मुख्यमंत्री कर्नाटक में हैं। हिमंत बिस्वा सरमा के लिए भूपेश बघेल ने जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है, वो शायद आपत्तिजनक हो सकता है लेकिन भूपेश बघेल शायद ऐसा इसलिए बोलें हों कि वो उनसे जूनियर रहे हैं। अब कर्नाटक का चुनाव परिणाम क्या होगा, किसके पक्ष में आएगा, इसका पता 13 तारीख को ही चलेगा, लेकिन इन दोनों मुख्यमंत्रियों की मौजूदगी कर्नाटक की जनता के लिए एक कौतूहल का विषय बना हुआ है।
Why did Chief Minister Bhupesh Baghel get angry with the Chief Minister of Assam?
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