भारत में बोलने की जितनी आजादी उतनी कहीं नहीं
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ (Jagdeep Dhankhad) ने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की ‘जबरन चुप कराने’ की टिप्पणी पर तंज करते हुए बुधवार को कहा कि भारत में जितनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, उतनी दुनिया के किसी और स्थान पर नहीं मिल सकती।
![]() उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ |
‘मन की बात एट 100’ (Mann Ki BaatAt100) सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए धनखड़ ने आकाशवाणी पर प्रसारित होने वाले इस मासिक कार्यक्रम को राजनीति से दूर रखने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Mnodi) की सराहना की।
उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम देश के लिए उम्मीद की किरण और हर आदमी की दिल की बात बन गई है। उन्होंने कुछ लोगों के देश में या बाहर जाकर ‘शुतुरमुर्ग वाला रुख अख्तियार करने की आलोचना की और पूछा कि हम अपनी उपलब्धियों को कैसे नजरंदाज कर सकते हैं?
सोनिया गांधी के हाल के लेख ‘इंफोस्र्ड साइलेंस’ के परोक्ष संदर्भ में धनखड़ ने कहा कि भारत में जितनी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता है, उतनी दुनिया के किसी और स्थान पर नहीं मिल सकती।
उन्होंने कहा, मुझे यह देखकर कई बार पीड़ा होती है कि हमारा बुद्धिजीवी वर्ग क्या कर रहा है। जबरन चुप करने को लेकर लम्बे लेख लिखे जा रहे हैं। देश में जबरन चुप कैसे किया जा सकता है। इतनी अधिक अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता दुनिया के किसी और स्थान पर नहीं मिल सकती है।
उद्घाटन सत्र में सूचना एवं प्रसारण मंत्री अनुराग ठाकर (Anurag Thakur) और सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में सचिव अपूर्व चंद्र तथा प्रसार भारती के सीईओ गौरव द्विवेदी भी मौजूद थे।
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