ब्रिटेन का वीजा पाने की चाहत में फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर रहे पीओके प्रवासी

Last Updated 22 Jul 2025 06:30:38 PM IST

पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के प्रवासी ब्रिटेन में प्रवेश वीजा प्राप्त करने की चाहत में फर्जी दस्तावेजों का उपयोग कर रहे हैं और उसके बाद वे संभवत: देश में शरण पाने के लिए आवेदन करेंगे।


ब्रिटेन की मीडिया जांच में यह दावा किया गया है।

'द डेली टेलीग्राफ' अखबार द्वारा की गई एक गोपनीय जांच में पता चला कि झूठी जानकारी से भरे वीजा आवेदनों से ब्रिटेन में प्रवेश प्राप्त करने के लिए प्रवासी 50 हजार पाउंड तक की राशि का भुगतान कर रहे हैं। उन्होंने मीरपुर स्थित एक ऐसे सलाहकार की पहचान की है जो इस प्रक्रिया को सुगम बनाता है।     

समाचार पत्र द्वारा हासिल किए गए और ब्रिटेन के गृह मंत्रालय को भेजे गए एक ऐसे ही आवेदन में पीओके के एक ‘‘फर्जी अस्पताल’’ से नौकरी का संदर्भ शामिल था।      

ब्रिटेन में शरण मांगने वाले देशों में पाकिस्तानी नागरिक शीर्ष पर हैं। उसके बाद अफगानिस्तान, ईरान और बांग्लादेश का स्थान आता है। हालांकि वे छोटी नावों के जरिए अवैध रूप से ब्रिटेन पहुंचने वाले लोगों में शामिल नहीं हैं।

आव्रजन मामलों के वकील हरजाप भंगल के हवाले से कहा गया है, ‘‘उन्हें छोटी नावों से आने की जरूरत नहीं है क्योंकि वे वीजा पर आते हैं। वे वीजा पर आने वाले और वापस न जाने वाले सबसे बड़े समूहों में से एक हैं।’’    

अखबार की गोपनीय जांच के एक हिस्से के रूप में आवेदक के रूप में एक व्यक्ति ने यूके वर्क वीजा आवेदन में प्रस्तुत करने के लिए एक नकली ‘सीवी’ और पिछले रोजगार की जानकारी की पुष्टि करने वाला पत्र इस्तेमाल किया, जो ‘‘अंततः सफल’’ रहा।

ब्रिटेन के गृह कार्यालय ने इन खुलासों पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि जांच में उठाए गए दावों की पुष्टि की जा रही है और साथ ही कुशल श्रमिक वीजा का दुरुपयोग करने वालों के लाइसेंस रद्द करने का सिलसिला जारी रहेगा।

गृह कार्यालय के एक प्रवक्ता ने कहा, ‘‘अवैध गतिविधि बर्दाश्त नहीं की जाएगी और हम यह सुनिश्चित करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ेंगे कि हमारे आव्रजन नियमों का सम्मान और पालन हो, इसीलिए हम इन दावों की जांच कर रहे हैं और अवैध गतिविधि पाए जाने पर उसे रोकने के लिए पहले से ही सख्त कदम उठा रहे हैं, जिसमें लाइसेंस निलंबित करना, कानूनी प्रक्रिया अपनाना और आव्रजन प्रणाली की विश्वसनीयता की रक्षा के लिए सुरक्षा उपायों को मज़बूत करना शामिल है।" 

प्रवक्ता ने कहा, ‘‘हमने लगभग 30,000 ऐसे लोगों को हटाया है जिनको यहां रहने का कोई अधिकार नहीं है और अवैध काम के सिलसिले में छापेमारी में गिरफ्तारियां 51 प्रतिशत बढ़ी हैं। हम पंजीकृत सलाहकारों और उन संगठनों को तुरंत निलंबित करने के लिए नए अधिकार भी दे रहे हैं जिन पर प्रणाली का सबसे गंभीर दुरुपयोग करने का संदेह है।" 

ब्रिटेन के कानून के तहत, विदेशों में फर्जी वीजा उपलब्ध कराने वाले किसी भी व्यक्ति की शिकायत ‘एक्शन फ्रॉड’ को की जा सकती है और राष्ट्रीय धोखाधड़ी खुफिया ब्यूरो द्वारा खुफिया जानकारी का विश्लेषण किया जाता है।

भाषा
लंदन


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