आखिर विपक्षी एकता की कवायद शुरू की कांग्रेस ने
आखिरकार कांग्रेस (Congress) ने विपक्षी एकता की मुहिम को अंजाम देना शुरू कर दिया है। देर आए दुरुस्त आए लेकिन अब पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) ने विपक्ष के नेताओं को फोन मिलाना शुरू कर दिया है।
![]() कांग्रेस पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे (फाइल फोटो) |
इसी क्रम में उन्होंने सबसे पहले जनता दल (यू) (JD-U) के नेता और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से फोन पर बात की उसके बाद शिवसेना नेता उद्धव ठाकरे (Udhav Thakre) से और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम के स्टालिन (MK Stalin) से भी फोन पर खड़गे की बात हुई।
पार्टी सूत्रों के अनुसार एक-दो दिन में पार्टी अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे (Mallikarjun Kharge) विपक्ष के अन्य नेताओं से भी फोन पर बात करेंगे इसके बाद 2024 के लोकसभा चुनाव (Loksabha Election) को लेकर विपक्षी एकता की मुहिम को आकार देने की कोशिशों के तहत कांग्रेस पार्टी विपक्ष के नेताओं की एक बैठक दिल्ली में आयोजित करने की रणनीति पर काम कर रही है। जल्दी ही नीतीश कुमार कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी(Sonia Gandhi), राहुल गांधी (Rahul Gandhi) व मलिकार्जुन खड़गे के साथ मुलाकात कर सकते हैं।
सूत्रों के अनुसार राहुल गांधी के मुद्दे आडानी मामले (Adani issue) को लेकर विपक्ष से मिले समर्थन से उत्साहित कांग्रेस पार्टी अब चाहती है कि जल्द ही जल्द आगामी लोकसभा चुनाव के लिए विपक्षी एकता की मुहिम को उसके अंजाम तक पहुंचाया जाए। पार्टी को अब लगने लगा है कि मुद्दों के आधार पर पूरा विपक्ष एकजुट किया जा सकता है।
ममता बनर्जी (Mamata Banerjee), अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal), अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) और केसीआर ((KCR) जैसे नेता जिस तरह खुलकर उनके समर्थन में आए उससे पार्टी की विपक्षी एकता को लेकर उम्मीदें कुलांचे भरने लगी है। बताया जाता है राकांपा नेता शरद पवार (Sharad Pawar) और नीतीश ने भी यही सलाह दी है कि पहली प्राथमिकता विपक्ष को एकजुट करने की होनी चाहिए नेतृत्व का सवाल बाद में हल किया जाए।
| Tweet![]() |