खाद से 20 करोड़ की सालाना लूट कर रही है मोदी सरकार : कांग्रेस
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि मोदी सरकार ने खाद की कीमतें बढ़ाकर किसानों पर 20 हजार करोड़ रुपए का अतिरिक्त भार डाल दिया है जिससे साफ होता है कि भारतीय जनता पार्टी सरकार किसान विरोधी है।
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला (फाइल फोटो) |
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीपसिंह सुरजेवाला ने बुधवार को यहां विशेष संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने मेहनतकश किसानों से आपदा के समय पर 20 हजार करोड़ रुपए खाद की कीमतें बढ़ाकर लूट को अंजाम दिया है और वह खेती को बर्बाद करने पर तुली है।
उन्होंने कहा कि कृषि जन गणना के मुताबिक देश में 14.64 करोड़ किसान हैं, जो लगभग 15.78 करोड़ रकबे पर खेती करते हैं। पिछले 6.5 साल में मोदी सरकार ने खेती उत्पाद में इस्तेमाल की जाने वाली हर चीज की कीमत बढ़ाकर किसान पर पहले 15 हजार रुपए प्रति हैक्टेयर सालाना का बोझ डाला और अब कोरोना की आड़ में डीएपी सहित अन्य खाद की कीमत किसान की कमर तोड़ने काम किया है।
प्रवक्ता ने कहा कि 2014 में डिएपी खाद के एक बैग की कीमत 1,075 रुपए थी, जो अब बढ़कर 1,900 रुपए प्रति बैग हो गई है, यानि छह साल में कीमत दोगुनी हुई है।
श्री सुरजेवाला ने कहा कि एनपीकेएस यानी नाईट्रोन, फॉस्फोरस और सल्फर की खाद की कीमतें भी अनाप शनाप बढ़ा दी हैं। इसके 50 किलो के बैग की कीमत 1175 रुपए से बढ़ाकर 1775 रुपए कर दी है।
उन्होंने कहा कि इसी तरह से कॉम्प्लैक्स फर्टिलाइजर की कीमत 925 रुपए प्रति बैग से बढ़ाकर 1350 रुपए कर दी गई है और 12:32:16 वाले खाद बैग की कीमत 1185 रुपए से 1800 कर दी है। पोटाश खाद के 50 किलो के बैग की कीमत 450 प्रति बैग से बढ़कर 825 प्रति बैग कर दी है।
प्रवक्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से प्राईवेट बीमा कंपनियों को 6.5 साल में 26 हजार करोड़ का मुनाफा किया। इस सरकार ने फरवरी, 2015 में उच्चतम न्यायालय में शपथपत्र देकर कहा कि किसान को लागत का 50 फीसदी कभी नहीं दिया जा सकता जबकि किसान से यही वादा कर सत्ता संभाली थी।
उन्होंने कहा कि कर्ज माफी के नाम पर इस सरकार ने किसान से मुंह मोड़ लिया है जबकि बड़ी-बड़ी कंपनियों के 7,77,800 करोड़ रुपए के कर्ज माफ कर दिए लेकिन किसान का कर्ज माफ नहीं किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस मांग करती है कि किसान से यह लूट बंद हो और बढ़ी हुई खाद की कीमतें वापस ली जाएं।
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