दिल्ली में किसानों से वार्ता से पहले नड्डा के आवास पर हुई उच्च स्तरीय बैठक
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर मंगलवार को गृह मंत्री अमित शाह सहित नरेंद्र मोदी सरकार के शीर्ष मंत्री बातचीत करने के लिए भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के आवास पर जुटे।
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प्रदर्शनकारी किसानों के प्रतिनिधियों के साथ मंगलवार को होने वाली बैठक से कुछ घंटे पहले केंद्रीय मंत्रियों राजनाथ सिंह और अमित शाह तथा भाजपा अध्यक्ष जे पी नड्डा और अन्य ने इस विषय पर देर तक विचार-विमर्श किया।
केंद्र सरकार ने प्रदर्शन कर रहे सभी 32 किसान संगठनों के प्रतिनिधियों के साथ दोपहर तीन बजे यहां विज्ञान भवन में बैठक बुलाई है।
राजनाथ सिंह, अमित शाह ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और रेल मंत्री पीयूष गोयल के साथ तीन घंटे से अधिक समय तक केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन के मुद्दे पर मंथन किया।
दिल्ली के सिंघु और टिकरी बार्डर पर विशेष रूप से पंजाब और हरियाणा के किसानों का शांतिपूर्ण प्रदर्शन जारी है। शुक्रवार की हिंसा के बाद यहां से किसी तरह की अप्रिय घटना की कोई खबर नहीं है। सोमवार को गाजीपुर सीमा पर भी बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी जमा हो गये।
विपक्षी दलों ने भी केंद्र पर दबाव बढाते हुए कहा है कि किसानों के लोकतांत्रिक संघर्ष का सम्मान किया जाए और कानूनों को वापस लिया जाए।
उच्च स्तरीय बैठक से पहले मीडिया से तोमर ने कहा, "किसान नेताओं को आज दोपहर 3 बजे बातचीत के लिए आमंत्रित किया गया है। सरकार किसानों के साथ बातचीत करने और उनकी मांगों को सुनने के लिए हमेशा तैयार है।"
Delhi: Union Home Minister Amit Shah and Agriculture Minister Narendra Singh Tomar arrive at the residence of BJP President JP Nadda, to hold a meeting over farmers protest pic.twitter.com/ZZriac7vE5
— ANI (@ANI) December 1, 2020
बैठक के दौरान, मंत्रियों द्वारा किसानों की मांगों पर चर्चा करने की संभावना है।
किसान क्रमश: दिल्ली-चंडीगढ़, दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश मार्गों पर दिल्ली के सिंघू, टिकरी और गाजीपुर सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान सितंबर में संसद द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
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