दशकों तक किसानों, श्रमिकों के नाम पर 'खोखले' वादे किए गए: मोदी

Last Updated 25 Sep 2020 12:31:32 PM IST

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती पर भाजपा कार्यकतार्ओं को उनके बताए मार्ग पर चलने की अपील की।


प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसान बिलों पर मचे घमासान के बीच एक बार फिर विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने बगैर किसी दल का नाम लिए विपक्ष पर किसानों के मुद्दे पर अफवाह फैलाने का आरोप लगाया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों से हमेशा झूठ बोलने वाले कुछ लोग अपने राजनीतिक स्वार्थ की वजह से किसानों को भ्रमित करने में लगे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने दीनदयाल उपाध्याय जयंती पर शुक्रवार को भाजपा कार्यकतार्ओं को वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधित करते हुए कहा, ये लोग अफवाहें फैला रहे हैं। किसानों को ऐसी किसी भी अफवाह से बचाना भाजपा कार्यकतार्ओं की जिम्मेदारी है। हमें किसान के भविष्य को उज्‍जवल बनाना है।

प्रधानमंत्री मोदी ने संसद से पास हुए किसानों से जुड़े बिलों को लेकर कहा, अब दशकों बाद किसान को अपनी उपज पर सही हक मिल पाया है। कृषि में जो सुधार किए हैं उसका सबसे ज्यादा लाभ छोटे और सीमांत किसानों को मिलेगा। किसानों को कर्ज लेने की मजबूरी से बाहर निकालने के लिए हमने एक अहम काम पूरी ताकत से शुरू किया है।

प्रधानमंत्री ने कृषि सुधार संबंधी विधेयकों पर विपक्ष के विरोध को राजनीतिक स्वार्थ बताते हुए आरोप लगाया कि वे (विपक्ष) अफवाहें फैलाकर किसानों को भ्रमित करने का प्रयास कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों को मिले लोन के आंकड़े जारी कर एनडीए और यूपीए सरकार में फर्क बताया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, यूपीए सरकार के पिछले 6 साल में किसान क्रेडिट कार्ड द्वारा किसानों को करीब 20 लाख करोड़ रुपये का ऋण दिया गया था। भाजपा सरकार के 5 वर्ष में किसानों को लगभग 35 लाख करोड़ रुपये केसीसी के माध्यम से दिए गए हैं। सरकार ने इस बात का भी प्रयास किया है कि ज्यादा से ज्यादा किसानों के पास किसान क्रेडिट कार्ड हो, उन्हें खेती के लिए आसानी से कर्ज उपलब्ध हो।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी सरकार ने बहुत ही कम समय में पिछले चुनाव में किए बड़े वादों को पूरा करने का काम किया है, जिनमें जम्मू एवं कश्मीर से अनुच्छेद 370 को निरस्त किया जाना और अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण शामिल है।

मोदी ने कहा, ‘‘बहुत ही कम समय के भीतर हमने दशकों से चले आ रहे मामलों को निपटाया है। अनेक बड़े वायदों को पूरा किया है। भाजपा के कार्यकर्ता के रूप में जिस संकल्प पत्र को लेकर आप घर-घर, द्वार-द्वार गए थे, आज जब देखेंगे तो पाएंगे कितनी तेजी से काम किया जा रहा है।’’

उन्होंने कहा कि हर घर जल की योजना हो या हर गांव तक तेज इंटरनेट का वादा, ये करोड़ों देशवासियों के जीवन को आसान बनाने वाले हैं। उन्होंने कहा, ‘‘इसमें आर्टिकल 370, अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण जैसे वह वादे भी शामिल हैं जो दशकों की हमारी तपस्या के आधार रहे हैं।’’

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, पहले सिर्फ उसी किसान को केसीसी का लाभ मिलता था जिसके पास 2 हेक्टेयर जमीन हो। हमारी सरकार इसके दायरे में देश के हर किसान को ले आई है। बीते सालों में ये निरंतर प्रयास किया गया है कि किसान को बैंकों से सीधे जोड़ा जाए। पीएम किसान सम्मान निधि के तहत देश के 10 करोड़ से ज्यादा किसानों के बैंक खातों में कुल एक लाख करोड़ रुपए से ज्यादा ट्रांसफर किए जा चुके हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आजादी के अनेक दशकों तक किसान और श्रमिक के नाम पर खूब नारे लगे, बड़े-बड़े घोषणापत्र लिखे गए, लेकिन समय की कसौटी ने सिद्ध कर दिया है कि वो सारी बातें कितनी खोखली थीं। देश इन बातों को भली-भांति जानता है। किसान और श्रमिक के नाम पर देश में, राज्यों में अनेकों बार सरकारें बनीं लेकिन उन्हें मिला क्या? सिर्फ वादों और कानूनों का एक उलझा हुआ जाल। एक ऐसा जाल, जिसको ना तो किसान समझ पाता था और ना ही श्रमिक।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि किसानों को ऐसे कानूनों में उलझाकर रखा गया, जिसके कारण वो अपनी ही उपज को, अपने मन मुताबिक बेच भी नहीं सकता था। नतीजा ये हुआ कि उपज बढ़ने के बावजूद किसानों की आमदनी उतनी नहीं बढ़ी। हां, उन पर कर्ज जरूर बढ़ता गया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि आज जब देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए एक-एक देशवासी अथक परिश्रम कर रहा है, तब गरीबों को, दलितों, वंचितों, युवाओं, महिलाओं, किसानों, आदिवासी, मजदूरों को उनका हक देने का बहुत ऐतिहासिक काम हुआ है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि श्रम सुधार कानूनों के तहत राजग की सरकार ने श्रमिकों के स्वास्थ्य, उनकी सुरक्षा, उनके वेतन को लेकर कानूनों को सरल और सहज बनाया है।उन्होंने कहा, ‘‘नए कानूनों के माध्यम से लगभग 50 करोड़ संगठित और असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों को वेतन मिले, वह भी समय पर, इसे कानूनी रूप से अनिवार्य कर दिया गया है।

बता दें कि कई किसान संगठन शुक्रवार को देश भर में चक्का जाम कर रहे हैं और सरकार पर विधेयक वापस लेने की मांग कर रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पंडित दीनदयाल उपाध्याय ने जो हमें मार्ग दिखाया है, उस रास्ते पर हमें पूरे समर्पित भाव से आगे बढ़ना होगा। प्रधानमंत्री मोदी ने मौजूदा समय संचालित अनेक जनकल्याणकारी योजनाओं के पीछे दीनदयाल उपाध्याय के विजन और आशीर्वाद को श्रेय दिया। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 21वीं सदी के भारत को विश्व पटल पर नई ऊंचाई देने के लिए, 130 करोड़ से अधिक भारतीयों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए, आज जो कुछ भी हो रहा है, उसमें दीन दयाल जी जैसे महान व्यक्तित्वों का बहुत बड़ा आशीर्वाद है।

प्रधानमंत्री मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से संबोधन में कहा, ये दीनदयाल उपाध्याय ही थे, जिन्होंने भारत की राष्ट्रनीति, अर्थनीति और समाजनीति, इन तीनों को भारत के अथाह सामथ्र्य के हिसाब से तय करने की बात मुखरता से कही थी, लिखी थी।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, आज हमारे बीच, ऐसे कम ही लोग हैं जिन्होंने दीनदयाल जी को जीते जी, देखा हो, सुना हो या उनके साथ काम किया हो। उनका स्मरण, उनके बताए रास्ते, उनका दर्शन, जीवन प्रति पल हमें पावन करता है, प्रेरणा देता है, ऊर्जा से भर देता है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल में पार्टी कार्यकतार्ओं के सेवा कार्यों की सराहना की। प्रधानमंत्री मोदी ने कार्यकतार्ओं से कहा, आप सभी सामन्य जन की सुरक्षा और सेवा के लिए समर्पित भाव से कार्यकर्ता निरंतर काम कर रहे हैं। कोरोना की चुनौतियों के बीच भी भाजपा कार्यकतार्ओं ने अपनी इस सेवा साधना को बिना रुके, बिना थके जारी रखा है। इसमें हमारे कई कार्यकतार्ओं को अपना जीवन भी खोना पड़ा है।
 

आईएएनएस/भाषा
नई दिल्ली


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