निजामुद्दीन मरकज में 441 व्यक्तियों में कोरोना के लक्षण
निजामुद्दीन मरकज में तब्लीगी जमात में आए लोगों में से 441 व्यक्तियों में कोरोना वायरस के लक्षण के पाए गए हैं। कोरोना वायरस के लक्षण वाले इन सभी व्यक्तियों को अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
निजामुद्दीन मरकज में 441 व्यक्तियों में कोरोना |
लॉकडाउन के बावजूद यहां बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे। दिल्ली सरकार का दावा है कि यहां से 15 सौ से अधिक अधिक लोगों को निकाला गया है। इनमें से 24 लोग कोरोना वायरस के टेस्ट में पॉजिटिव पाए गए हैं।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा, निजामुद्दीन मरकज से कुल 1548 लोगों को निकाला गया है। इनमें से 441 व्यक्तियों में कोरोना वायरस के लक्षण मिले हैं। वहीं मरकज के 24 व्यक्तियों का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आया है।
मुख्यमंत्री ने कहा, कोरोना वायरस के लक्षण वाले सभी 441 व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराया जा चुका है जहां उनके टेस्ट किए जा रहे हैं। इसके अलावा 1107 व्यक्तियों को क्वॉरेंटाइन किया गया है।
केजरीवाल ने मरकज के रवैये को गैर जिम्मेदाराना हरकत करार दिया। उन्होंने कहा, अभी नवरात्र होने के बावजूद सभी मंदिर बंद हैं। गुरुद्वारे, मस्जिद, मक्का और वेटिकन तक बंद है। ऐसे में इतनी संख्या में लोगों को यहां एकत्र करना सरासर गलत है। इस हरकत के चलते कितने लोगों को नुकसान हो चुका होगा, यह सोचकर ही डर लग रहा है।
उन्होंने कहा, उपराज्यपाल साहब से इस मामले में हमने तुरंत एफआईआर करवाने की अपील की है। इसके अलावा यदि किसी भी किसी ऑफिसर की कोताही इस मामले में सामने आई तो उसे भी बख्शा नहीं जाएगा।
गौरतलब है कि दिल्ली स्थित निजामुद्दीन के मरकज से तेलंगाना लौटे 6 व्यक्तियों की कोरोना वायरस के कारण मृत्यु हो चुकी है। श्रीनगर के एक मौलवी की भी मरकज में शामिल होने के बाद कोरोना वायरस से मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सभी धार्मिक नेताओं से अपील करते हुए कहा, लोगों की जान बचाना सबसे जरूरी है। इसलिए किसी भी आयोजन के नाम पर भीड़ एकत्र न करें।
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