कश्मीर के सरहदी इलाकों में पाक का हनीट्रैप जाल
अब पाकिस्तान व उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई अपने नापाक इरादों को अंजाम देने के लिए यहां के सरहदी इलाकों में रहने वाले युवाओं को हनीट्रैप के नए हथकंडे में फंसाने में लगा है।
![]() कश्मीर के सरहदी इलाकों में पाक का हनीट्रैप जाल |
इससे पहले भी घाटी में सन् 2018 में दो स्थानीय महिलाओं को सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पकड़ा गया जो स्थानीय युवकों को चैट के जरिए अपने मोहपाश में फंसाती थीं और फिर उनसे सुरक्षाबलों के खिलाफ काम करवाती थीं।
भारत-पाक सीमा के आरएसपुरा सेक्टर के अरनिया कस्बे के एक युवक राकेश कुमार को सुरक्षा एजेंसियों ने गिरफ्तार किया है। आरोप है कि वह एक लंबे अरसे से सोशल मीडिया तथा इंस्ट्राग्राम के जरिए पाकिस्तान की एक युवती के संपर्क में था। उस युवती ने उसे अपने मोहपाश में फंसाया और फिर समय बीतने के साथ उससे भारत-पाक सीमा से सटे इलाकों में सुरक्षाबलों की गतिविधियों की जानकारी हासिल करनी शुरू कर दी।
फेसबुक पर लंबी-लंबी चैट करने पर निगरानी के दौरान सुरक्षा एजेंसियों को शक हुआ तो उन्होंने और निगरानी बढ़ा दी। एजेंसियों को पता चला कि वह सरहद पर भारतीय सुरक्षाबलों की होने वाली गतिविधियों की जानकारियां सरहद पार बैठी उस युवती को दे रहा था। हालांकि युवती ने युवक के संपर्क में आने पर कहा था कि वह भारत के पंजाब के पटियाला की रहने वाली है, लेकिन एजेंसियों के पता चलने पर यह खुलासा हुआ कि वह पाकिस्तान से चैटिंग करती है। शक पुख्ता होने पर खुफिया व सुरक्षा एजेंसियों ने अंतत: युवक राकेश कुमार को पूछताछ के लिए उठा लिया। राकेश कुमार के साथ उसके चचेरे भाई को भी हिरासत में लिया गया। चचेरे भाई के खिलाफ कोई पुख्ता जानकारी न मिलने के कारण उसे छोड़ दिया गया। राकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया गया है। इससे अब यहां की विभिन्न खुफिया एजेंसियां गहन पूछताछ करने में जुटी हुई हैं।
पहला मामला नवम्बर 2018 में सामने आया था। उत्तरी कश्मीर के बांदीपुरा इलाके में एक स्थानीय युवती आफिया जान को हैंड ग्रेनेड के साथ पकड़ा गया था। वह भी हनीट्रैप के जरिए बेरोजगार युवकों को आतंकी गतिविधियों के लिए इस्तेमाल करती थी। इसके बाद उसी साल 17 नवम्बर को उत्तरी कश्मीर के ही सैयद साजिया नामक युवती को हनीट्रैप के आरोप में पकड़ा गया। वह स्थानीय युवकों को आतंकी संगठनों की मदद के लिए मुलाकात व अन्य पल्रोभन देकर उनसे ओवर ग्राउंड वर्कर बनाती थीं। हनीट्रैप के जाल में अरसा पहले अर्धसैनिक बल के एक जवान को नोएडा से पकड़ा गया था।
दरअसल, पाकिस्तान और उसकी खुफिया एजेंसी आईएसआई विशेषकर जम्मू-कश्मीर में इस प्रकार खुफिया तथा सुरक्षा एजेंसियां मुस्तैद हैं और उनके नापाक मंसूबे कामयाब नहीं हो रहे। इसलिए अब वह खूबसूरत महिलाओं के हनीट्रैप के जरिए यहां के युवाओं को विशेषकर सरहदी इलाके में तैनात सुरक्षा एजेंसियों की गतिविधियों की जानकारी एकत्र करने में लगी हैं। यह हनीट्रैप सुरक्षाबलों के रिटायर अफसरों व जवानों के अलावा बेरोजगार युवकों को प्रेम के जाल में फंसाकर अपने नापाक मंसूबों को अंजाम देने का एक बड़ा हथकंडा अख्तियार किए हुए हैं।
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