पुलिसकर्मियों के विरोध प्रदर्शन पर कांग्रेस ने भाजपा पर साधा निशाना
दिल्ली के पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को वकीलों द्वारा उनके सहयोगियों के साथ मारपीट करने के विरोध में प्रदर्शन किया। कांग्रेस ने इस तरह की घटना को देश की आजादी के 72 वर्षों में निचले स्तर पर बताया।
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला (फाइल फोटो) |
इसके बाद कांग्रेस ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए सवाल किया कि क्या यह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का 'नया भारत (न्यू इंडिया)' है।
कांग्रेस ने इस तरह की घटना को देश की आजादी के 72 वर्षों में निचले स्तर पर बताया।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट किया, "72 साल में पहली बार दिल्ली पुलिस ने दिल्ली पुलिस का मुख्यालय घेरा, पुलिस कर रही विरोध प्रदर्शन। कानून व्यवस्था का निकला जनाजा। गृह मंत्री, श्री अमित शाह कहां गुम हैं?"
A new low in 72 years when Delhi Police is protesting and has ‘gheraoed’ the Police Headquarter.
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) November 5, 2019
Home Min, Sh. Amit Shah is ‘mum’.
Why is HM ‘missing in action’ as law & order crumbles in the Capital.
Our Statement-: pic.twitter.com/gxfkk7CR05
कांग्रेस ने यहां तीस हजारी कोर्ट परिसर में पुलिस और वकीलों के बीच दो नवंबर को हुई झड़प को लेकर सरकार पर निशाना साधा।
दिल्ली के सैकड़ों पुलिसकर्मियों ने मंगलवार को वकीलों द्वारा उनके खिलाफ हिंसा की लगातार घटनाओं के विरोध में आईटीओ स्थित पुलिस मुख्यालय का घेराव किया।
तीस हजारी कोर्ट परिसर में शनिवार को पुलिस कर्मियों और वकीलों के बीच पार्किं ग को लेकर कहासुनी हो गई थी, जोकि बाद में बड़ी हिंसा में बदल गई।
इस घटनाक्रम में कम से कम 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हुए और कई वाहन क्षतिग्रस्त हो गए। वकीलों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने उन पर गोलीबारी की।
दिल्ली हाई कोर्ट ने रविवार को एक सेवानिवृत्त न्यायाधीश, केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई), खुफिया ब्यूरो और सतर्कता एजेंसी के निदेशकों सहित एक टीम द्वारा हिंसा की न्यायिक जांच का आदेश दिया।
दिल्ली हाई कोर्ट के आदेश पर विशेष आयुक्त (प्रभारी कानून एवं व्यवस्था) संजय सिंह को सोमवार को हटा दिया गया और विशेष आयुक्त आर. एस. कृष्णया को अतिरिक्त प्रभार दिया गया।
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